दरभंगाः सांसद गोपाल जी ठाकुर (MP Gopal Ji Thakur) ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव संजय कुमार से मुलाकात कर जिले में ग्रामीण तकनीकी विकास, प्रत्यक्षण केंद्र की स्थापना और अन्य कृषि संबंधित विषयों को लेकर चर्चा की. सांसद ने कहा कि मिथिला क्षेत्र में बड़े मध्यम और लघु उद्योगों ( Small Scale Industries ) का काफी अभाव है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कृषि जीविकोपार्जन का मुख्य साधन है, और कृषि उद्योगों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं.
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स्थानीय स्तर पर होगा रोजगार का सृजन
सांसद ने कहा कि रोजगार के अभाव ( Lack Of Employment ) के कारण मिथिला के लाखों लोग दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. लंबे समय तक शासन करने वाली सरकारों ने किसानों को मजदूरी करने पर मजबूर कर दिया, जिस कारण इस क्षेत्र में बेरोजगारी और गरीबी बढ़ती गयी. सांसद ने कहा कि ग्रामीण तकनीकी विकास एवं प्रत्यक्षण केंद्र के स्थापित हो जाने से क्षेत्र के आम लोगों और विशेष रूप से युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार का सृजन हो सकेगा.
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किसानों की आय हो सकेगी दोगुनी
सांसद ने कहा कि कृषि अवशेषों का उपयोग कर रोजगार ( Employment ) के नये अवसर उत्पन्न किये जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण तकनीकी विकास एवं प्रत्यक्षण केंद्र में केले के थम्ब, धान के पुआल, अरहर के डंठल, मक्के का नेढ़ा, लीची की गुठली, हल्दी के पत्ते और कुछ सब्जियों के अवशेषों का उपयोग कर कई प्रकार की उपयोगी वस्तुओं का निर्माण किया जा सकेगा, जिससे किसानों की आय दोगुनी होगी.
बता दें कि इससे पहले भी सांसद गोपाल जी ठाकुर ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा समस्तीपुर के वीसी आरसी श्रीवास्तव के साथ कृषि विकास को लेकर बात की थी, जिसके बाद वीसी ने कृषि विकास संबंधित एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर सांसद को दिया था.