दरभंगा: कोरोना संक्रमण के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई थी, जिसका उद्देश्य था कि देश भर के लोगों को राशन को लेकर किसी प्रकार की परेशानी न हो. लेकिन बिहार में ठीक तरीके से अनाज का वितरण नहीं होने के वजह से अगस्त माह समाप्त होने के बाद भी राशन वितरण का मात्र 24 % ही हो पाया है. वहीं, बिहार सरकार के खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि बाढ़ के वजह से अनाज का उठाव नहीं हो पाया. लेकिन पानी घटते ही हम लोग युद्ध स्तर पर वितरण शुरू कर दिए हैं.
मदन सहनी ने कहा कि बिहार के आधे से ज्यादा जिलों में बाढ़ का पानी था, जिसके वजह से सही समय पर अनाज का उठाव नहीं हो पाया. इससे विलंब हुआ है. लेकिन हम लोग अभी वितरण का कार्य प्रारंभ किए हैं और अभी हम लोगों ने 24% अनाज का वितरण कर चुके हैं. शेष बचे हुए सभी लाभुकों को हम लोग जल्द अनाज पहुंचाएंगे. इसके लिए हम लोगों ने अवधि विस्तार का समय ले रखा है. वहीं, उन्होंने कहा कि अब अनाज पहुंचाने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है.
'भुखमरी की नहीं मिली शिकायत'
खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में सभी लोगों ने बहुत बेहतरीन ढंग से काम किया है. इसका नतीजा है कि इतने लंबे समय तक लॉकडाउन रहने के बावजूद भी कोई व्यक्ति किसी के सामने हाथ फैलाने के लिए नहीं गया. उन्होंने कहा कि इससे पहले जितने भी महामारी हुई, उसमे हम लोगों ने देखा है कि बीमारी से ज्यादा लोग भुखमरी के शिकार होते थे. लेकिन इस बार के महामारी के दौरान पूरे देश के अंदर ये शिकायत सुनने को नहीं मिला है. कहीं भी कोई भुखमरी का शिकार नहीं हुआ है.