दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विवि ने निजी एजेंसी 'स्कूल गुरु' के साथ किया गया करार रद्द कर दिया है. विवि के छात्रों के आंदोलन और सिंडिकेट सदस्यों की लगातार आपत्ति के बाद यह फैसला लिया गया है. इस बात की पुष्टि कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह ने की है.
निजी एजेंसी 'स्कूल गुरु' विवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के छात्रों का एडमिशन से लेकर फीस वसूली और उन्हें पाठ्य सामग्री तक उपलब्ध कराती थी. बदले में विवि को रॉयल्टी देती थी. ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि सिंडिकेट ने इसे गलत करार दिया था. उसके फैसले के बाद 'स्कूल गुरु' के साथ करार रद्द करने की जिम्मेदारी एक कमेटी को दी गई है.
संचालन के लिए बनी समिति
हालांकि दूरस्थ शिक्षा में दिक्कत और और दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की मान्यता पर खतरा से बचने के लिए एक समिति बनायी गई है. जिससे सारी सुविधाएं वैकल्पिक तौर पर सुनिश्चित किया जा सके. बता दें कि विवि ने वर्ष 2017 में दिल्ली की एक प्राइवेट एजेंसी 'स्कूल गुरु' के साथ करार किया था. इस तरह का यह बिहार का पहला विवि था. छात्रों और सिंडिकेट सदस्यों ने आपत्ति जतायी था.
अनियमितता का लगा था आरोप
एजेंसी पर आरोप लगा था कि विवि के अधिकारियों की मिली भगत से बिना सिंडिकेट की मंजूरी लिए अनियमितता की गई है. इससे विवि की स्वायत्तता को खतरा है, वहीं, छात्रों का भी नुकसान है. विवि की जांच समिति आरोपों की जांच करेगी. दोषी अधिकारियों का पता लगाकर उन्हें दंडित करने की भी अनुशंसा करेगी.