दरभंगा: 1857 की क्रांति के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की आज जयंती है. इस अवसर पर राज्यभर में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. वहीं, ललित नारायण मिथिला विवि के कुंवर सिंह कॉलेज में भी बाबू कुंवर सिंह की जयंती मनाई गई. इस अवसर पर कोरोना गाइडलाइनों का पालन करते हुए बाबू कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया.
ये भी पढ़ें-बिहार सरकार का बड़ा फैसला: 18 साल से ज्यादा की उम्र वालों को मुफ्त में लगेगी वैक्सीन
इस मौके पर कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि जिस उम्र में लोग घर पकड़ लेते हैं. उस उम्र में बाबू कुंवर सिंह राष्ट्र की रक्षा के लिए खड़े हुए थे. स्वतंत्रता संग्राम के वे प्रथम सेनानी थे और देश को स्वतंत्र कराने में उनकी अहम भूमिका रही. बाबू कुंवर सिंह न सिर्फ देश की स्वतंत्रता के लिए लड़े बल्कि सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध भी अवाज उठाई. आज की नई पीढ़ी को उनके विचारों और आदर्शों का पालन करना चाहिए.
देश के सच्चे सपूत
इसके अलावा कुलसचिव डॉ. मुश्ताक अहमद ने बाबू कुंवर सिंह को देश का सच्चा सपूत बताते हुए कहा कि मातृभूमि के प्रति क्या कर्तव्य होना चाहिए ? यह कोई बाबू कुंवर सिंह के विचारों से सीखें. बिहार और देश को अपने इस वीर सपूत पर गर्व है.
समाज के लिए हैं आदर्श
कुंवर सिंह कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि आज भी कुंवर सिंह हमारे समाज के लिए आदर्श हैं. उन्होंने हमें सिखाया है कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व, अगर अर्पण करना पड़े तब भी हमें नहीं हिचकना चाहिए.