दरभंगा: अपने बीमार पिता मोहन पासवान को साइकिल पर बिठा कर हरियाणा के गुरुग्राम से दरभंगा लेकर आने वाली बहादुर बेटी ज्योति के लिए ईटीवी भारत की मुहिम रंग लाई है. ज्योति की चर्चा देश-दुनिया में हो रही है. इस बाबत ज्योति और उसके परिवार से ईटीवी भारत ने बात की, तो सभी ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया.
ज्योति और उसके परिवार के लोग ईटीवी भारत की मुहिम का दिल से आभार व्यक्त कर रहे हैं. ईटीवी भारत ज्योति से जुड़ी हर एक खबर को लगातार प्रकाशित कर रहे हैं. जब ज्योति पिता के साथ अपने गांव पहुंची थी. उसी दिन जब ईटीवी संवाददाता को पता चला कि एक 13 साल की लड़की ने इतना साहस भरा काम किया है. वो तुरंत उससे मिलने सिरुहुल्ली गांव के उस स्कूल पर जा पहुंचे, जहां ज्योति को क्वॉरेंटाइन होना था. इत्तेफाक कुछ यूं रहा कि ज्योति उन्हें रास्ते में ही मिल गई. साइकिल के पैडल पर ज्योति के पांव, पीछे बैठे उसके पिता और हाथ में बैग. ये तस्वीरें ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हो गई.
'ईटीवी भारत को थैंक्यू'
ईटीवी भारत ने बहादुर बेटी ज्योति कुमारी, उसके पिता मोहन पासवान, मां फूलो देवी, उसकी बड़ी दीदी पिंकी, चाची सीमा देवी और चाचा मदन पासवान के साथ-साथ ग्रामीणों से बात की. सभी ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया.
- 'बेटी बनी श्रवण कुमार' कुछ इस फोटो कैप्शन के साथ हमने ज्योति की खबर को दिखाया.
- दरभंगा की 'बहादुर बेटी' इस संबोधन के साथ हमने ज्योति की कही हर बात को सार्वजनिक किया.
- हमने बताया कि ज्योति जिस साइकिल से बिहार आई है, वो साइकिल उसने कैसे खरीदी.
- ईटीवी भारत ने बताया कि ज्योति को साइक्लिंग फेडरेशन की तरफ से ट्रायल का ऑफर आया.
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप की तारीफ हो या केंद्र सरकार की तरफ से ज्योति को लेकर जारी डाक टिकट. हम लगातार ज्योति की हर एक खबर दिखा रहे हैं.
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर अन्य राज्यों के बड़े-बड़े नेता जिन्होंने ज्योति की तारीफ की और उसकी आर्थिक मदद की. हमने उन सभी खबरों को प्रकाशित किया.
ईटीवी भारत ज्योति के हौसले को सलाम करता है.