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Effect of Cyclone Yaas in Darbhanga: बारिश से फसल बर्बाद, किसानों के चेहरे मुर्झाए - Effect of Cyclone Yaas

एक तरफ चक्रवाती तूफान यास के कारण कई घर तहस नहस हो गए और कई मौतें भी हुई. वहीं इस आफती तूफान में किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है. अन्नदाता के खेतों में लगी फसलें बारिश के कारण बर्बाद हों गईं. अभी तो बरसात आना बाकी ही है. उससे पहले ये आसमानी आफत किसानों के लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं....

बर्बाद फसल
बर्बाद फसल
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Published : May 29, 2021, 5:50 PM IST

Updated : Jun 7, 2021, 10:37 PM IST

दरभंगाः चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) के असर ने जहां एक तरफ आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया वहीं दूसरी तरफ इस तूफान की मार किसानों(Farmers) पर भी पड़ी. तूफान के कारण किसानों को आम, मक्का और दलहन की फसलों में काफी नुकसान हुआ. हरी भरी फसलें लगातार चार दिनों की बारिश में डूबकर बर्बाद हों गईं. आलम ये है कि बरसात से पहले ही किसानों पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है.

दरभंगा में किसानों के खेतों में लगी फसल बारिश के पानी में बर्बाद हो गई. बीते कई दिनों से चक्रवाती तूफान के कारण किसानों को आम के फसलों में काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण खेतों में पानी जम गए हैं. जिस कारण खेतों में लगे मूंग और जनेर की फसलें भी डूब गईं.

देखें वीडियो

'मूंग की फसलें लगभग तैयार हो चुकी थी. 2 से 4 दिनों में उनके फल तोड़े जाते इससे पहले ही इस तूफान और भारी बारिश ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है'- रवि कमती ,किसान

बर्बाद हुए आम
बर्बाद हुए आम

कई किसानों का कहना है कि मवेशियों के चारा के लिए जनेर की फसल भी लगाई गई गई थी. जिसे इस भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान मूंग की फसल को हुआ है. खेतों में पानी जमा होने से फसल को भारी नुकसान हुआ. ऐसे में किसानों के लिए यह तूफान बड़ी परेशानी बनकर आया है.

पानी में डूबी फसल
पानी में डूबी फसल

बता दें कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान यास का असर बिहार में व्यापक रूप से देखा गया. बिहार में इसका असर 30 मई तक रहने का पूर्वानुमान है. इस दौरान कई घरों, वृक्षों और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ किसानों के खेतों में लगी फसल भी काफी बर्बाद हुई है.

ये भी पढ़ेंः Yaas Impact: रोहिणी नक्षत्र में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे, खेतों में बिचड़ा डालने की तैयारी

दरभंगाः चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yaas) के असर ने जहां एक तरफ आम जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया वहीं दूसरी तरफ इस तूफान की मार किसानों(Farmers) पर भी पड़ी. तूफान के कारण किसानों को आम, मक्का और दलहन की फसलों में काफी नुकसान हुआ. हरी भरी फसलें लगातार चार दिनों की बारिश में डूबकर बर्बाद हों गईं. आलम ये है कि बरसात से पहले ही किसानों पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है.

दरभंगा में किसानों के खेतों में लगी फसल बारिश के पानी में बर्बाद हो गई. बीते कई दिनों से चक्रवाती तूफान के कारण किसानों को आम के फसलों में काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण खेतों में पानी जम गए हैं. जिस कारण खेतों में लगे मूंग और जनेर की फसलें भी डूब गईं.

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'मूंग की फसलें लगभग तैयार हो चुकी थी. 2 से 4 दिनों में उनके फल तोड़े जाते इससे पहले ही इस तूफान और भारी बारिश ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है'- रवि कमती ,किसान

बर्बाद हुए आम
बर्बाद हुए आम

कई किसानों का कहना है कि मवेशियों के चारा के लिए जनेर की फसल भी लगाई गई गई थी. जिसे इस भारी बारिश से काफी नुकसान हुआ है. सबसे ज्यादा नुकसान मूंग की फसल को हुआ है. खेतों में पानी जमा होने से फसल को भारी नुकसान हुआ. ऐसे में किसानों के लिए यह तूफान बड़ी परेशानी बनकर आया है.

पानी में डूबी फसल
पानी में डूबी फसल

बता दें कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान यास का असर बिहार में व्यापक रूप से देखा गया. बिहार में इसका असर 30 मई तक रहने का पूर्वानुमान है. इस दौरान कई घरों, वृक्षों और सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ किसानों के खेतों में लगी फसल भी काफी बर्बाद हुई है.

ये भी पढ़ेंः Yaas Impact: रोहिणी नक्षत्र में हुई बारिश से खिले किसानों के चेहरे, खेतों में बिचड़ा डालने की तैयारी

Last Updated : Jun 7, 2021, 10:37 PM IST
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