दरभंगा: जिले में बागमती नदी उफान पर है. इससे केवटी प्रखंड के करीब आधा दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. बढ़ते जलस्तर के कारण कोठिया और असराहा मुख्य सड़क मार्ग पर आवागमन भी बाधित हो गया है. बागमती नदी के उफान पर होने की वजह से करीब एक लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है.
प्रशासन की देरी ने बरपाया कहर
बाढ़ प्रभावित लोगों का कहना है कि अगर समय रहते प्रशासन ने बागमती नदी के तटबंध पर मिट्टी डाला होता, तो बाढ़ का पानी गांव के अंदर नहीं आता. आपको बता दें कि केवटी प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत बाढ़ प्रभावित है. जिसमें असराहा, जलवारा, बरियौल और शेखपुरदानी जैसे पंचायत हैं.
चलाया जा रहा राहत कार्य
बाढ़ पीड़ितों को खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है. भोजन के लिये आठ सामुदायिक किचेन शेड का निर्माण किया गया है. जिसमें उन्हें भोजन कराया जा रहा है. स्थानीय प्रशासन मुस्तैदी के साथ बाढ़ सहायता कार्य में जुटी दिख रही है.
बाढ़ से बिहार में मचा हाहाकार
राज्य में बाढ़ का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. नदियों के बढ़ते जलस्तर ने लाखों परिवारों को बेघर कर दिया है. हालात अभी भी जस के तस बने हुए हैं. सूबे के 12 जिले बाढ़ से त्रस्त हैं. अब तक कुल 73 लोगों की बाढ़ में डूबने से मौत हो चुकी है.