दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दरभंगा (Darbhanga) मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ( DMCH ) में नर्स यूनियन ने शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं. नियमित वेतन भुगतान समेत कई अन्य मांगों को लेकर सभी धरने पर बैठ गई हैं. वहीं, नर्सों की स्ट्राइक से दूसरे दिन भी जारी रहने से अस्पताल की स्वास्थ्य चरमरा गई है. मरीजों को भारी फजीहत झेलनी पड़ रही है.
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नर्स यूनियन का कहना है कि पिछले कई महीनों से हमलोग नियमित वेतन की मांग कर रहे हैं. जिन्हें राज्य सरकार और एम्स प्रशासन नहीं मान रहे हैं. ऐसे में उनके पास हड़ताल पर जाने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा है. यूनियन की सदस्य संगीता कुमारी ने कहा कि वे हड़ताल नहीं जाना चाहते थे. लेकिन तीन दिन के समय देने के बाद भी सरकार और अस्पताल प्रशासन ने उनकी मांगों पर अबतक कोई विचार नहीं किया है.
'हमलोग अनिश्चतकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. लेकिन अभी तक अस्पताल प्रशासन की तरफ से सकारात्मक वार्ता नहीं हुई है. जब तक अस्पताल प्रशासन या सरकार हमलोगों की मांगों को पूरी नहीं करती है, तबतक हम लोगों का हड़ताल जारी रहेगा.' :- संगीता कुमारी, नर्स यूनियन की सदस्य
नर्सों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को भारी परेशानी हो रही है. इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा है. अपने मरीज का इलाज करवा रही नागो देवी ने कहा कि नर्सों की हड़ताल पर चले जाने से हमलोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है. हड़ताल से पहले हमारे बच्चे को 4 वक्त इंजेक्शन पड़ता था, लेकिन हड़ताल पर चले जाने के कारण मात्र दो वक्त लग रहा है. उन्होंने कहा कि अस्पताल की स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि यहां पर देखने वाला भी कोई नहीं है. हम लोग अपने बच्चे का इलाज भगवान भरोसे करवा रहे हैं.
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