दरभंगा : 8 नवंबर को दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के लिए हवाई सेवा की शुरुआत हुई. यहां से विमानों ने उड़ान भरनी शुरू की. फ्लाइट्स में यात्रियों की कमी भी नहीं हो रही. बावजूद इसके सुविधाओं के घोर अभाव के चलते यात्रियों को खासा मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
चुनाव से पहले दरभंगा एयरपोर्ट का उद्घाटन कर देना जिले को चुनावी गिफ्ट देना जैसा रहा. लेकिन सुविधाओं के घोर अभाव के बीच अब एयरपोर्ट पर यात्रियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं है कि चुनाव के चलते मिथिलांचल वोट बैंक को लुभाने के लिए दरभंगा एयरपोर्ट का उद्घाटन समय से पहले कर दिया गया. दरभंगा एयरपोर्ट मिलने के उद्घाटन के बाद मिथिलांचल वासी गदगद हो उठे. दरभंगा एयरपोर्ट से मिथिलांचल के 24 जिलों को सीधा फायदा पहुंचने वाला था लिहाजा, इन जिलों से लोग फ्लाइट पकड़ने आ भी रहे हैं.
बुनियादी सुविधा का अभाव
पिछले कुछ दिनों में, जब से मौसम का मिजाज बदला है तब से दरभंगा एयरपोर्ट से फ्लाइट रद्द हो रही है. इस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फ्लाइट कैंसिल होने के बाद यहां पहुंचे यात्रियों को बेरंग घर वापस लौटना पड़ रहा है. लोगों का जरूरी काम, अधूरा रह जा रहा है. ऐसे में लोग काफी आक्रोशित हो रहे हैं.
रविवार को दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचे यात्री मोहम्मद रेजा इमाम कहते हैं, 'उन्हें मुंबई जाना था. मुंबई से उनकी दुबई के लिए फ्लाइट थी. मंगलवार को दुबई में इंपोर्टेंट मीटिंग है. लेकिन यहां पहुंचने के बाद पता चला कि वो मुंबई नहीं जा सकेंगे क्योंकि उनकी फ्लाइट कैंसिल हो चुकी है. ऐसे अब मैं मीटिंग में नहीं पहुंच सकुंगा. बहुत नुकसान होगा.'
- दो दिसंबर को दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचे एक यात्री के बैग से 5 लाख के जेवर चोरी हो गए.
मधुबनी जिले के झंझारपुर से दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ने आए यात्री सर्वजीत कुमार ने कहते हैं, 'बड़े शौक से दरभंगा एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने आया था. पहले दिल्ली जाना था और वहां से पुणे की फ्लाइट पकड़नी थी. लेकिन यहां से फ्लाइट रद्द कर दी गई है. अब वो ना तो दिल्ली जा पाएंगे और ना ही पुणे की फ्लाइट ले पाएंगे. कुछ भी समझ नहीं आ रहा करें तो करे क्या.'
समय से पहले शुरू हुआ एयरपोर्ट
एयपोर्ट में सुविधाओं के घोर अभाव को देखते हुए लोगों को ये समझ में आने लगा है कि चुनाव को देखते हुए दरभंगा एयरपोर्ट को आनन-फानन में शुरू कर दिया गया है.
- यहां विजिबिलिटी के लिए मशीन नहीं लगाई गई है, जिसकी वजह से थोड़ा सा मौसम खराब होने के बाद भी फ्लाइट कैंसिल हो रही हैं.
- एयरपोर्ट परिसर में पार्किंग की सुविधा नहीं होने की वजह से लोगों को एनएच-527 B व्यस्त सड़क पर अपनी गाड़ियां लगानी पड़ती हैं.
- सुरक्षा के लिहाज से यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं. हुई चोरी इसका जीता जागता उदाहरण है.
इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रमंडलीय चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पवन सुरेका ने कई सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि दरभंगा से स्पाइस जेट को हर फ्लाइट भरी हुई मिल रही है. बावजूद इसके, यहां यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों को दरभंगा के बजाए पटना और कोलकाता डायवर्ट किया जा रहा है. डायवर्ट होने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है क्योंकि स्पाइस जेट उनके लिए अतिरिक्त इंतजाम नहीं कर रहा है.
पवन सुरेका ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर एक समय में 34 वाहनों के पार्किंग के लिए जगह बनाने की योजना थी. लेकिन पार्किंग की व्यवस्था अब तक नहीं की गई है. इसकी वजह से लोगों को अपनी गाड़ियां व्यस्त सड़क एनएच 527 बी पर लगानी पड़ रही है और वहां से भारी सामान पैदल उठाकर तकरीबन आधा किलोमीटर दूर टर्मिनल पर ले जाना पड़ रहा है. उन्होंने एयरपोर्ट की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया. पवन सुरेका ने कहा कि हाल में दरभंगा से बेंगलुरु जा रहे एक यात्री के जेवर चोरी हो गए और एयरपोर्ट पर इसकी जांच के लिए सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है. उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द इस एयरपोर्ट पर सुविधाएं बहाल की जानी चाहिए.
अब पांच साल तक बंद कर दें एयरपोर्ट
दरभंगा नगर निगम की वार्ड-48 की पूर्व पार्षद और राजद नेता रीता सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए दरभंगा एयरपोर्ट को आनन-फानन में चालू किया गया. उन्होंने कहा कि अब यहां अभी विजिबिलिटी की समस्या आ रही है. यात्री अपनी समस्याएं लेकर जब गेट पर जाते हैं, तो वहां ढंग से बात करने वाला भी कोई नहीं होता है.
उन्होंने एनडीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एनडीए के नेताओं ने जिस उद्देश्य से दरभंगा एयरपोर्ट को चालू किया था, वह उद्देश्य पूरा हो चुका है. लोगों ने वोट देकर सरकार बना दी है. सरकार को इस एयरपोर्ट के गेट पर एक बोर्ड लगा देना चाहिए कि अगले चुनाव में विजिबिलिटी की समस्या खत्म हो जाएगी और उसी समय एयरपोर्ट को चालू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि तब तक इस एयरपोर्ट को बंद कर दिया जाना चाहिए.
जल्द दूर होंगी खामियां
वहीं, दरभंगा के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, एयरफोर्स और स्पाइस जेट के साथ बैठक की गई है. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट से पार्किंग और टर्मिनल को बढ़ाने के लिए कुछ और जमीन मांगी गई है. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा की खामियों को भी दूर किया जा रहा है.
सवाल ये है कि जब इंतजाम पूरे नहीं थे तो इस हवाई अड्डे को शुरू क्यों किया गया. अब अगर एयपोर्ट शुरू हो गया है तो सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार उतनी तेजी क्यों नहीं दिखा रही. जितनी चुनाव के समय इसके उद्घाटन के लिए दिखाई गई.
दरभंगा एयरपोर्ट के बारे में
बिहार के दरभंगा में उड़ान योजना के तहत बने एयरपोर्ट का नाम मैथिली के विख्यात कवि कोकिल विद्यापति के नाम पर रखा गया. इसका फैसला केंद्र सरकार की ओर से उद्घाटन के समय लिया गया था. वहीं, नाम का सुझाव सीएम नीतीश कुमार की ओर से दिया गया था. विद्यापति मैथिली के सर्वोपरि कवि के रूप में जाने जाते हैं. मिथिला के लोगों को 'देसिल बयना सब जन मिट्ठा' का सूत्र देकर विद्यापति ने उत्तरी-बिहार में लोकभाषा की जनचेतना को जीवित करने का महान प्रयास किया.
विद्यापति एयरपोर्ट दरभंगा की प्रमुख बातें
- यहां से व्यावसायिक उड़ानें भरी जा रही है.
- पटना और गया के बाद दरभंगा बिहार का तीसरा एयरपोर्ट होगा, जहां से व्यावसायिक उड़ाने उड़ान भरेंगी.
- उत्तर बिहार की बड़ी आबादी को इसका लाभ मिलना है.
- अब उत्तर बिहार के लोगों को हवाई सफर के लिए पटना या गया का रुख नहीं करना पड़ेगा. यात्री आ भी रहे हैं.
- उड़ान योजना के तहत दरभंगा के विद्यापति हवाई अड्डे का निर्माण कराया गया.
- उड़ान की शुरुआत अक्टूबर 2016 में रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम (आरसीएस) के तहत की गई.
- योजना का उद्देश्य उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और इसे किफायती बनाना है.