दरभंगा: बिहार के दरभंगा में 12 लाख के लूटे गये जेवरात के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया है. लूटकांड में पकड़े गये 14 अपराधियों में से दो अपराधियों ने लूट के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. शातिर के पास से लूट के ढाई किलो चांदी बरामद की गई है. जिसे स्वर्ण व्यवसायी ने पहचान की है. बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी बताया कि लूटपाट में उड़ीसा के शातिरों ने घटना को अंजाम दिया था.
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दरभंगा में लूटकांड का खुलासा: वहीं बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी बताया कि जल्द ही दरभंगा पुलिस अंतर राज्यीय गिरोह के दोनों शातिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. उन्होंने बताया कि पूर्णिया जिले में व्यवसायी लूटकांड के एक मामले में 14 अपराधियों को गिरफ्तार किये गये हैं. पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की तो शिवनगर घाट पर सोना चांदी व्यापारी से हुई लूटकांड में शातिर ने अपनी संलिप्ता को स्वीकार कर ली है. उन्होंने कहा कि घटना में शामिल बुलेट और मोटरसाइकिल की पहचान कर ली गई है.
14 अपराधी गिरफ्तार: उन्होंने बताया कि शातिर उड़ीसा राज्य के जाजपुर जिला के कोरई थाना अंतर्गत पुरवोंगढ़ गांव निवासी स्व भोला दास के पुत्र काली दास एवं स्व माइकल शक्ति के पुत्र माइकल नागराज की रूप में पहचान हुई है.पूर्णिया जेल मे बंद दोनों बदमाशों को रिमांड पर लेकर अन्य अभियुक्तों के बारे में जानकारी ली जा रही है. 25 सितंबर को शिवनगर घाट स्थित स्वर्ण व्यवसाई से बदमाशों ने सोने-चांदी की लूट की घटना को अंजाम दिया था. जिसके बाद पुलिस ने कई जगहों का सीसीटीवी खंगाला और तकनीकी जांच शुरू की.
"दरभंगा में लूटकांड का खुलासा कर लिया है.पुलिस ने 14 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें उड़ीसा के शातिरों ने घटना को अंजाम दिया. पुलिस अंतर राज्यीय गिरोह के दोनों शातिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी." -मनीष चंद्र चौधरी, बिरौल एसडीपीओ