दरभंगा: भाकपा(माले) के आह्वान पर बहादुरपुर प्रखंड के दो दर्जन से अधिक गांव में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए धरना दिया गया. मजदूरों को 10 हजार रुपये लॉकडॉउन गुजारा भत्ता देने, राशनकार्ड से वंचित गरीबों को तीन महीने का मुफ्त राशन देने, मनरेगा में 200 दिन काम और 500 रुपये मजदूरी देने की मांग को लेकर धरना दिया गया. साथ ही प्रवासी मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी, बिजली बिल 100 यूनिट तक माफ करने और 200 यूनिट तक हाफ करने, किसानों के कर्ज माफ करने और फसल क्षति मुआवजा देने को लेकर भी लोगों ने हंगामा किया.
मनरेगा में काम देने की मांग
तारालाही में होरना पोखर से मुखिया के पंचायत कार्यालय तक जुलूस निकाला गया. प्रदर्शनकारी मजदूरों को मनरेगा में काम देने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शन का नेतृत्व खेग्रामस प्रखंड अध्यक्ष गणेश महतो, मनरेगा मजदूर सभा के प्रखंड सचिव विनोद सिंह, सुनीता देवी और मुंशी यादव आदि कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों की मुखिया और पंचायत रोजगार सचिव से हुई वार्ता में आश्वासन दिया गया कि 3 से 4 दिन में पंचायत में मनरेगा के तहत मजदूरों का काम शुरू हो जाएगा.
मजदूरों की दर्दनाक मौत
इस मौके पर भाकपा(माले) राज्य समिति सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा कि जिस तरह से प्रवासी मजदूरों की दिल दहलाने वाली दर्दनाक मौत की खबरें आ रहीं हैं, उसके बाद भी संवेदनहीन मोदी- नीतीश सरकार का दिल नहीं पसीज रहा है. लॉकडॉउन में ठप्प रोजी-रोजगार को देखते हुए तमाम मजदूरों को 10 हजार गुजारा भत्ता देने के लिए आंदोलन कर सरकार को बाध्य करेंगे.