दरभंगा : बिहार के दरभंगा में कोरोना मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आरटीपीसीआर जांच के बाद माइल्ड पाने पर उन्हें 7 दिन के लिए होम आइसोलेशन में रखने का सलाह दिया गया है. पीड़ित व उनके परिजनों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. बता दें कि कोरोना वायरस अपने एक और नए वेरिएंट JN.1 के साथ देश में दस्तक दे चुका है, जिसको लेकर लोगों की चिंता बढ़ गई हैं.
दरभंगा में कोरोना मरीज मिलने की पुष्टि : सिविल सर्जन ने मरीज मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि ''ये कोरोना का पुराना वैरिएंट है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना से लड़ने के लिए पूरी तरह अलर्ट है.'' दरभंगा के सिविल सर्जन अनिल कुमार सिन्हा ने इस संबंध में बताया कि दरभंगा शहरी क्षेत्र के 53 वर्षीय पंडासराय निवासी वीणा देवी कई दिनों से बीमार चल रहीं थीं. जिसके बाद उनके परिजनों के द्वारा 28 दिसंबर को दरभंगा के एक निजी जांच घर में उनका आरटीपीसीआर जांच करवाया गया. जिसमें उनका रिपोर्ट पॉजिटिव आया. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद परिजन ने पीड़िता को लेकर DMCH पहुंचे.
जांच में रिपोर्ट आई पॉजिटिव : जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, जिसके बाद DMCH के चिकित्सकों ने आवश्यक निर्देश देते हुए 7 दिन का होम आइसोलेट में रहने का सलाह दी. वहीं सिविल सर्जन अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि दरभंगा के डीएमसीएच में कोविड के इलाज और किट की समुचित व्यवस्था है. दरभंगा एयरपोर्ट पर सर्दी-खांसी, बुखार वाले यात्रियों की जांच किया जा रहा है. वहीं उन्होंने जिलावासियों से अपील किया है कि कोविड को लेकर जारी गाइडलाइन का अवश्य पालन करें.
अस्पतालों में तैयारी : लोगों को किसी प्रकार की पैनिक होने की जरूरत नहीं है. अस्पताल में सारी व्यवस्था कर दी गई है. समुचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य महकमा कोविड से लड़ने को तैयार है. मालूम हो की कोविड 19 का सबसे प्रमाणिक जांच आरटीपीसीआर को ही माना जाता है.
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