दरभंगा: कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लगे लॉकडाउन ने सभी वर्गों के लोगों की कमर तोड़कर रख दी है. लॉकडाउन 3 के अंतिम सप्ताह में सरकार की ओर से भवन निर्माण सामग्री की दुकान और मालवाहक वाहनों की छूट मिलने के बावजूद भवन निर्माण सामग्रियों का दर आसमान छू रहा है.
भवन निर्माण करा रहे लोगों का कहना है कि लॉकडाउन से पहले बालू जहां पांच हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर मिल रहा था. वहीं, अब सात हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर मिल रहा है. सीमेंट पर 30 से 35 रुपया प्रति बोरी की बढ़ोतरी हुई है. इस कारण आवास निर्माण कराने में काफी परेशनी हो रही है.
बालू महंगा होने से घर बनाना हुआ कठिन
भवन निर्माण करवा रहे करीम ने कहा कि लॉकडाउन से पहले हमने मकान तोड़कर काम शुरू किया, लेकिन लॉकडाउन के कारण बीच में निर्माण कार्य को रोकना पड़ा. लॉकडाउन के दौरान अनुमति मिलने के बाद भवन निर्माण सामग्री की कीमत में वृद्धि से निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है. लॉकडाउन से पहले सीमेंट की कीमत तीन सौ रुपया प्रति बैग, बालू चार हजार रुपये सीएफटी और गिट्टी सात हजार रुपये सीएफटी मिल रहा था, लेकिन वर्तमान में सीमेंट की कीमत चार सौ रुपया प्रति बैग, बालू सात हजार और गिट्टी नौ हजार रुपये सीएफटी मिल रहा है.
बालू, गिट्टी, छड़ के साथ ही सीमेंट के भी भाव चढ़े
किसान ट्रेडर्स के प्रोपराइटर लड्डू ने बताया कि लॉकडाउन से पहले और वर्तमान में सीमेंट की दर में 25 से 30 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा फर्क गिट्टी और बालू की कीमतों पर पड़ा है.