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दरभंगा: कोरोना के कहर से छोटा पड़ रहा है श्मशान, करना पड़ रहा एक-एक दिन इंतजार

दरभंगा में कोरोना संक्रमण से हालात बदतर होते जा रहे हैं. श्मशान घाट पर भी लाइन लगानी पड़ रही है. एक चिता की जगह पर दो शव लेकर लोग पहुंच जा रहे हैं. किसी तरह से जगह बनाया जाता है. कई बार तो शव को जलाने के लिए एक दिन टाला भी जा रहा है.

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Published : Apr 26, 2021, 12:49 PM IST

Updated : Apr 26, 2021, 1:04 PM IST

दरभंगाः जिले में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं. न सिर्फ मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, बल्कि मौतों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. स्थिति इतनी खराब है कि श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगानी पड़ रही है. एक दिन पहले जली चिता की राख ठंडी भी नहीं हो रही है और उसे हटाया भी नहीं जा रहा है कि दूसरा शव आ जाता है. दूसरी चिता उसी जगह पर जलाने के लिए आनन-फानन में राख साफ कर जगह बनाई जा रही है. उस से भी बात नहीं बनती है तो शव का अंतिम संस्कार अगले दिन तक के लिए टाला जा रहा है.

शव ले जाते स्वास्थ्यकर्मी
शव ले जाते स्वास्थ्यकर्मी

यह भी पढ़ें- कोरोना संकट: CM नीतीश का बड़ा आदेश, अहमदाबाद से विशेष विमान से लाया जायेगा 'रेमेडिसिविर' इंजेक्शन

शव उठाने से इनकार कर रहे हैं परिजन
एक सफाई कर्मी राजू राम ने बताया कि लोग कोरोना से मरे अपने परिजनों का शव उठाने से इंकार कर रहे हैं या भाग खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस वजह से सफाई कर्मियों को शव उठाकर श्मशान घाट तक ले जाना पड़ रहा है.

स्वास्थ्यकर्मी
स्वास्थ्यकर्मी

कोरोना से मरे लोगों का अंतिम संस्कार करने वाली संस्था कबीर सेवा संस्थान के एक सदस्य नवीन सिन्हा ने बताया कि स्थिति इतनी खराब है कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर लाइन लगानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि श्मशान घाट पर एक साथ 6 शवों को जलाने की व्यवस्था है. लेकिन उससे ज्यादा शव आने पर काफी परेशानी हो रही है.

देखें पूरी रिपोर्ट

आ गए छह से ज्यादा शव
नवीन सिन्हा ने कहा कि एक दिन पहले जली चिता की राख को अभी हटाया भी नहीं गया है कि उस जगह पर दूसरा शव जलाने के लिए आ जाता है. उसके लिए पहली चिता की राख को आनन-फानन में हटाकर जगह बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह शुक्रवार, शनिवार और रविवार को उन्हें ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा जब 6 से ज्यादा शव आ गए थे.

श्मशान घाट
श्मशान घाट

उन्होंने कहा कि इसके बाद भी जब किसी तरीके से शव के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बन पा रही है, तो अगले दिन अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षित रखना पड़ रहा है.

डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा
डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

'कोरोना की स्थिति खराब है. लोगों को धैर्य से काम लेना चाहिए. अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. सरकार की तरफ से व्यवस्था की गई हैं. अस्पतालों की क्षमता बढ़ाई गई है. ऑक्सीजन की सप्लाई भी सुनिश्चित की गई है. शहर में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. दुकानों को खोलने का समय निर्धारित किया गया है. जिले में कोरोना के 94 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, जहां पर लोगों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है. हर हाल में सामाजिक दूरी का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं.' -डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

यह भी पढ़ें- 18-45 साल वाले कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं, वरना नहीं मिलेगा टीका

यह भी पढ़ें- नवादा: जाम में फंसी पटना की 'सांसें', प्रशासन के फूले हाथ पांव

यह भी पढ़ें- कोविड से मौत की अफवाह: मदद को नहीं बढ़े हाथ तो अबोध बेटियों ने पिता को दिया कंधा

दरभंगाः जिले में कोरोना से हालात बदतर होते जा रहे हैं. न सिर्फ मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, बल्कि मौतों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. स्थिति इतनी खराब है कि श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगानी पड़ रही है. एक दिन पहले जली चिता की राख ठंडी भी नहीं हो रही है और उसे हटाया भी नहीं जा रहा है कि दूसरा शव आ जाता है. दूसरी चिता उसी जगह पर जलाने के लिए आनन-फानन में राख साफ कर जगह बनाई जा रही है. उस से भी बात नहीं बनती है तो शव का अंतिम संस्कार अगले दिन तक के लिए टाला जा रहा है.

शव ले जाते स्वास्थ्यकर्मी
शव ले जाते स्वास्थ्यकर्मी

यह भी पढ़ें- कोरोना संकट: CM नीतीश का बड़ा आदेश, अहमदाबाद से विशेष विमान से लाया जायेगा 'रेमेडिसिविर' इंजेक्शन

शव उठाने से इनकार कर रहे हैं परिजन
एक सफाई कर्मी राजू राम ने बताया कि लोग कोरोना से मरे अपने परिजनों का शव उठाने से इंकार कर रहे हैं या भाग खड़े हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस वजह से सफाई कर्मियों को शव उठाकर श्मशान घाट तक ले जाना पड़ रहा है.

स्वास्थ्यकर्मी
स्वास्थ्यकर्मी

कोरोना से मरे लोगों का अंतिम संस्कार करने वाली संस्था कबीर सेवा संस्थान के एक सदस्य नवीन सिन्हा ने बताया कि स्थिति इतनी खराब है कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पर लाइन लगानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि श्मशान घाट पर एक साथ 6 शवों को जलाने की व्यवस्था है. लेकिन उससे ज्यादा शव आने पर काफी परेशानी हो रही है.

देखें पूरी रिपोर्ट

आ गए छह से ज्यादा शव
नवीन सिन्हा ने कहा कि एक दिन पहले जली चिता की राख को अभी हटाया भी नहीं गया है कि उस जगह पर दूसरा शव जलाने के लिए आ जाता है. उसके लिए पहली चिता की राख को आनन-फानन में हटाकर जगह बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह शुक्रवार, शनिवार और रविवार को उन्हें ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा जब 6 से ज्यादा शव आ गए थे.

श्मशान घाट
श्मशान घाट

उन्होंने कहा कि इसके बाद भी जब किसी तरीके से शव के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बन पा रही है, तो अगले दिन अंतिम संस्कार के लिए सुरक्षित रखना पड़ रहा है.

डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा
डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

'कोरोना की स्थिति खराब है. लोगों को धैर्य से काम लेना चाहिए. अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. सरकार की तरफ से व्यवस्था की गई हैं. अस्पतालों की क्षमता बढ़ाई गई है. ऑक्सीजन की सप्लाई भी सुनिश्चित की गई है. शहर में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. दुकानों को खोलने का समय निर्धारित किया गया है. जिले में कोरोना के 94 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, जहां पर लोगों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित है. हर हाल में सामाजिक दूरी का पालन करें और मास्क जरूर लगाएं.' -डॉ. त्यागराजन एसएम, डीएम, दरभंगा

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Last Updated : Apr 26, 2021, 1:04 PM IST
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