पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 2100 बेड के अस्पताल भवन और ढाई सौ नामांकन के शैक्षणिक भवन की योजना का शिलान्यास किया. 2742 करोड़ से अधिक की लागत से दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को विकसित करने की योजना है. इसके अलावा 194 करोड़ से अधिक की लागत से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न परियोजना का उद्घाटन भी करेंगे. उनके साथ उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
किस फ्लोर पर कौन सा वार्ड होगा?: इस सर्जिकल बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन, प्रथम तल पर ओपीडी, तीसरे फ्लोर पर वार्ड व चौथे मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर बनाया जा रहा है. नए सर्जिकल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर वर्न, इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जांच की सुविधा होगी. साथ ही प्रथम फ्लोर पर 96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड व ओपीडी चलेगा, जबकि दूसरे फ्लोर पर 96 बेड का जेनरल सर्जरी वार्ड बनाया गया है. दूसरे फ्लोर पर ही 64 बेड का अतिरिक्त ऑर्थों वार्ड बनाया जा रहा है. वहीं चौथे फ्लोर पर 10 अतिरिक्त मेजर ऑपरेशन कक्ष बनाए जा रहे हैं. वहीं पांचवें फ्लोर पर सभी तरह का पैथोलॉजिकल लैब रहेंगे.
डीएमसीएच को विकसित करने का प्लान: दरभंगा में बनने वाले एम्स के विवाद के बाद बिहार सरकार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को विकसित करने का कैबिनेट में बड़ा फैसला लिया था और 2500 से बेड वाले अस्पताल बनाने के लिए आज बड़ा कार्यक्रम हो रहा है. जमीन विवाद के कारण दरभंगा एम्स का निर्माण लटका हुआ है. बिहार में दरभंगा में दूसरे एम्स के निर्माण का फैसला नरेंद्र मोदी की सरकार ने लिया था. पटना में पहले से एक एम्स है.
दरभंगा एम्स को लेकर केंद्र और राज्य सरकार में तनातनी: बिहार सरकार की ओर से दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए जो जमीन उपलब्ध कराई गई है, उसे केंद्र सरकार ने अस्वीकृत कर दिया है और इस पर खूब सियासत भी हो रही है लेकिन इसी बीच दरभंगा मेडिकल कॉलेज के विस्तार का काम शुरू हो रहा है और इसे आधुनिक बनाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अलावे मंत्री संजय कुमार झा, मंत्री मदन सहनी, मंत्री ललित कुमार यादव और स्थानीय सांसद विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधि भी मौजूद रह सकते हैं.
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