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DMCH आने वाले मरीजों को मिलेगी हाई क्लास सुविधा, 400 बेड की नई सर्जिकल बिल्डिंग बनकर तैयार, उद्घाटन का इंतजार - ईटीवी भारत न्यूज

New 400 Bed Surgical Building of DMCH: डीएमसीएच में 400 बेड की नई सर्जिकल बिल्डिंग का निर्माण अंतिम दौर में चल रहा है. इसके बनने पर यहां आने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH में बन रहे भवन का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार कर सकते हैं. इसके लिए निर्माण एजेंसी बीएमएसआइसीएल जोरशोर से कार्य कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

डीएमसीएच का नया सर्जिकल भवन
डीएमसीएच का नया सर्जिकल भवन
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 7, 2023, 4:14 PM IST

डीएमसीएच का नया सर्जिकल भवन

दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के 400 बेड वाले नए सर्जिकल भवन का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इस भवन को बनाने में 132 करोड़ रुपए की लागत आई है. निर्माण एजेंसी बीएमएसआइसीएल के अधिकारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि भवन को फाइनल टच दिया जा रहा है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से इसका उद्घाटन करेंगे. हालांकि इसके उद्घाटन का अभी तक टाइम फ्रेम तय नहीं हुआ है.

डीएमसीएच का नया सर्जिकल भवन: उन्होंने कहा कि भवन का फिनिशिंग का काम अंतिम दौर में चल रहा है. आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस इस बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन, प्रथम तल पर ओपीडी, तीसरे फ्लोर पर वार्ड व चौथे मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर बनाया जा रहा है. नये सर्जिकल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर वर्न, इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जांच की सुविधा होगी.

Nawada
इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.

96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड: उन्होंने कहा किं प्रथम फ्लोर पर 96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड व ओपीडी चलेगा, जबकि दूसरे फ्लोर पर 96 बेड का जेनरल सर्जरी वार्ड बनाया गया है. दूसरे फ्लोर पर 64 बेड का अतिरिक्त ऑर्थों वार्ड बनाया जा रहा है. वही चौथे फ्लोर पर 10 अतिरिक्त मेजर ऑपरेशन कक्ष बनाये जा रहे हैं. वहीं पांचवें फ्लोर पर सभी तरह का पैथोलॉजिकल लैब बनाये गये हैं.

"नए भवन में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ इमरजेंसी और आउटडोर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. अभीतक हम लोगों को भवन हैंडओवर नहीं हुआ है. उसमें लगने वाले मशीन आने शुरू हो गये हैं. जिसे कुछ दिनों में उसे इंस्टॉल कर दिया जाएगा." -हरेंद्र कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक

नए भवन में शिफ्ट करने की चल रही है तैयारी: उन्होंने बताया कि नए भवन में शिफ्ट करने के लिए अस्पताल अधीक्षक के नेतृत्व में एक बैठक हुई है. जिसमें सारे विभागाध्यक्ष को बुलाया गया था. जिसमें भवन में पानी, बिजली, साफ-सफाई, सड़क सहित अन्य मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया. ताकि नए भवन मे सुचारू ढंग से व्यवस्था संचालित किया जा सके. फर्स्ट पेज में जी प्लस टू को तैयार कर होगा हैंडओवर किया जाएगा.

"फर्स्ट पेज में हम लोगों का लक्ष्य है कि जी प्लस टू को तैयार कर हैंडओवर कर दे, ताकि मरीजों की परेशानी कम हो. अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं. जल्द से जल्द कंप्लीट करके हैंडओवर किया जाए. इसके उद्घाटन का अभी तक टाइम फ्रेम तय नहीं हुआ है. ." - वीरेंद्र कुमार, अधिकारी, बीएमएसआइसीएल

इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.
इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.

कोरोना के कारण निर्माण कार्य में हुई देरी: सर्जरी बिल्डिंग के निर्माण को लेकर टेंडर की प्रक्रिया 2017 में पूरी की गयी थी. दो साल बाद दिसंबर 2019 में जमीनी स्तर पर काम शुरू किया गया था. जिसे 30 माह बाद यानि की जून 2022 में पूरा कर लेना था, लेकिन कोरोना के कारण देरी को देखते हुए इसके निर्माण की अवधि को 10 माह के लिए और एक्सटेंशन कर दिया गया था. इस भवन का निर्माण का काम बीएमएसआइसीएल के माध्यम से हो रहा है. वहीं 400 बेड के इस भवन को बनाने में 132 करोड़ रुपए की लागत आई है.

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दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH के 400 बेड वाले नए सर्जिकल भवन का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इस भवन को बनाने में 132 करोड़ रुपए की लागत आई है. निर्माण एजेंसी बीएमएसआइसीएल के अधिकारी वीरेंद्र कुमार का कहना है कि भवन को फाइनल टच दिया जा रहा है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से इसका उद्घाटन करेंगे. हालांकि इसके उद्घाटन का अभी तक टाइम फ्रेम तय नहीं हुआ है.

डीएमसीएच का नया सर्जिकल भवन: उन्होंने कहा कि भवन का फिनिशिंग का काम अंतिम दौर में चल रहा है. आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस इस बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन, प्रथम तल पर ओपीडी, तीसरे फ्लोर पर वार्ड व चौथे मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर बनाया जा रहा है. नये सर्जिकल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर वर्न, इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जांच की सुविधा होगी.

Nawada
इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.

96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड: उन्होंने कहा किं प्रथम फ्लोर पर 96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड व ओपीडी चलेगा, जबकि दूसरे फ्लोर पर 96 बेड का जेनरल सर्जरी वार्ड बनाया गया है. दूसरे फ्लोर पर 64 बेड का अतिरिक्त ऑर्थों वार्ड बनाया जा रहा है. वही चौथे फ्लोर पर 10 अतिरिक्त मेजर ऑपरेशन कक्ष बनाये जा रहे हैं. वहीं पांचवें फ्लोर पर सभी तरह का पैथोलॉजिकल लैब बनाये गये हैं.

"नए भवन में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ इमरजेंसी और आउटडोर शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है. अभीतक हम लोगों को भवन हैंडओवर नहीं हुआ है. उसमें लगने वाले मशीन आने शुरू हो गये हैं. जिसे कुछ दिनों में उसे इंस्टॉल कर दिया जाएगा." -हरेंद्र कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक

नए भवन में शिफ्ट करने की चल रही है तैयारी: उन्होंने बताया कि नए भवन में शिफ्ट करने के लिए अस्पताल अधीक्षक के नेतृत्व में एक बैठक हुई है. जिसमें सारे विभागाध्यक्ष को बुलाया गया था. जिसमें भवन में पानी, बिजली, साफ-सफाई, सड़क सहित अन्य मुद्दे पर विचार विमर्श किया गया. ताकि नए भवन मे सुचारू ढंग से व्यवस्था संचालित किया जा सके. फर्स्ट पेज में जी प्लस टू को तैयार कर होगा हैंडओवर किया जाएगा.

"फर्स्ट पेज में हम लोगों का लक्ष्य है कि जी प्लस टू को तैयार कर हैंडओवर कर दे, ताकि मरीजों की परेशानी कम हो. अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं. जल्द से जल्द कंप्लीट करके हैंडओवर किया जाए. इसके उद्घाटन का अभी तक टाइम फ्रेम तय नहीं हुआ है. ." - वीरेंद्र कुमार, अधिकारी, बीएमएसआइसीएल

इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.
इस तरह से तैयार हो रही बिल्डिंग.

कोरोना के कारण निर्माण कार्य में हुई देरी: सर्जरी बिल्डिंग के निर्माण को लेकर टेंडर की प्रक्रिया 2017 में पूरी की गयी थी. दो साल बाद दिसंबर 2019 में जमीनी स्तर पर काम शुरू किया गया था. जिसे 30 माह बाद यानि की जून 2022 में पूरा कर लेना था, लेकिन कोरोना के कारण देरी को देखते हुए इसके निर्माण की अवधि को 10 माह के लिए और एक्सटेंशन कर दिया गया था. इस भवन का निर्माण का काम बीएमएसआइसीएल के माध्यम से हो रहा है. वहीं 400 बेड के इस भवन को बनाने में 132 करोड़ रुपए की लागत आई है.

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