दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के हायाघाट और हनुमान नगर प्रखंड के कई इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. हनुमान नगर प्रखंड के वार्ड नंबर 5 स्थित मध्य विद्यालय के चारों तरफ बाढ़ का पानी फैल गया है, लेकिन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आदेश के डर से शिक्षक स्कूल खोले हुए हैं. बच्चे जान को जोखिम में डालकर नाव से पढ़ने जा रहे हैं.
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नाव के अलावा नहीं है कोई साधनः स्थानीय रामवृक्ष पासवान ने कहा कि अभी जो बच्चा ट्यूशन पढ़ने के लिए आते हैं, प्रत्येक बच्चे को 10 रुपया किराया नाव का देना पड़ता है. सरकार की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. बिना नाव के बच्चे इस पार से उस पार नहीं जा सकते हैं. दूसरा कोई साधन नहीं है. रामवृक्ष ने बताया कि सरकारी स्तर पर अभी तक नाव की व्यवस्था नहीं की गई है. एक मोहल्ला से 50-60 बच्चे एक साथ नाव पर सवार होकर पढ़ने जाते हैं. हादसे की आशंका बनी रहती है.
"आज से बाढ़ का पानी घटना शुरू हुआ है. पिछले दो दिन से नेपाल से पानी कम छोड़ा जा रहा है. आज भर देखना है, उसके बाद कुछ फैसला लिया जाएगा. जरूरत पड़ी तो नाव चलायी जाएगी. कम्युनिटी किचन की जरूरत पड़ी तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी. नाव चलाने की इजाजत नहीं दी गयी है. बच्चों को लेकर नाव जाती है तो इसकी जांच करवायी जाएगी."- अंकुर राय, हायाघाट प्रखंड के अंचलाधिकारी
जनजीवन अस्त व्यस्त हो गयाः दरभंगा मुख्यालय से हायाघाट प्रखंड जाने वाली मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी आ जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हायाघाट प्रखंड के लोगों को जिला मुख्यालय आने के लिए अब तकरीबन 30 किलोमीटर घूमकर आना पड़ रहा है. हायाघाट प्रखंड में बाढ़ का पानी नया टोला, घरारी, सराय हामिद तथा हनुमाननगर प्रखंड के अम्माडीह, बहपत्ति, छतौना सहित करीब आधा दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है. इनलोगो को गांव से निकलने के लिए एक मात्र साधन नाव ही बचा है.