दरभंगा : जिले के बाढ़ प्रभावित कई इलाकों में पानी में ऊंचाई से कूदने का खतरनाक स्टंट और सेल्फी लेने का क्रेज़ 7 साल के बच्चों से लेकर 20 साल तक के नौजवानों में दिख रहा है. इसको लेकर एनडीआरएफ ने चेतावनी दी है. तारडीह के सीओ ने थानाध्यक्षों को पत्र जारी कर बाढ़ के स्थानों पर निगरानी करने को कहा है.
अधिकतर बच्चों की उम्र है 7 से 10 साल
तारडीह प्रखंड के पुतई गांव का में कमला बलान नदी की बाढ़ का पानी तेज़ धारा के साथ बह रही है. यहां नदी की धारा पर बने पुल पर से 30-40 बच्चे और युवा पानी में छलांग लगा कर मस्ती कर रहे हैं. वे पानी की धारा में जमा होकर मोबाइल फोन से सेल्फी लेते हुए मस्ती कर रहे हैं. इनमें से अधिकतर बच्चों की उम्र 7 से 10 साल है. बता दें कि जिले में बाढ़ के पानी में डूब कर अब तक 15 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में एनडीआरएफ इस स्टंट से चिंतित है. पानी में स्टंट कर रहे युवक रमेश सिंह ने कहा कि उसे डर नहीं लगता है. यहां हर दिन आसपास के गांवों के 30-40 बच्चे पानी में कूद कर स्टंट करते हैं और सेल्फी लेते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अवधेश कुमार ने कहा कि पानी में कूद कर स्टंट करना और सेल्फी लेना बेहद खतरनाक है, और उन्होंने चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा कि इससे सर्प दंश, त्वचा रोग और डूबने का खतरा हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने अभिभावकों से भी बच्चों की निगरानी की अपील की है. तारडीह सीओ अशोक कुमार यादव ने कहा कि वे सभी थानाध्यक्षों को पत्र जारी कर बाढ़ के स्थानों पर निगरानी का अनुरोध करेंगे. उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि बाढ़ के पानी में बच्चों को न जाने दें.