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बिहार: यहां मच्छरदानी में रखे जा रहे मवेशी, वजह ये बीमारी ! - Buffalo

दरभंगा में मवेशियों को कीट (मच्छरों, कीड़े और मकोड़ों) के काटने से ऐनाप्लाजमोसिस नाम की बीमारी हो रही है. इसके लिए पशुपालक मच्छरदानी का प्रयोग कर रहे हैं.

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Published : May 5, 2019, 12:09 AM IST

दरभंगा: जिले के नजारा प्रखंड क्षेत्र के महिशौत पंचायत अंतर्गत सिसौना गांव में मवेशियों को मच्छरदानी में रखा जा रहा है. इस गांव में सैकड़ों लोग दुधारू मवेशी का पालन करते हैं. यहां के मवेशी पालक मवेशियों की सुरक्षा के लिए मच्छरदानी लगाते हैं इसकी वजह ऐनाप्लाजमोसिस नाम की बीमारी है.

इस गांव के मवेशी पालकों का कहना है कि लाखों रुपये की लागत से हम लोग अच्छी नस्ल की गाय, भैस खरीदते हैं और खुले में रहने के कारण दर्जनो कीड़े, मकोड़े,मवेशी के आस-पास मंडराते रहते हैं. इनके काट लेने से कई मवेशियों को बीमारी होने खतरा बना रहता है. कई बार ऐसा होने की वजह से मवेशी की मौत भी हो जाती है.

ये हमारा धर्म है
मवेशी पालकों का कहना है कि ये तो जानवर है यह अपना दुख बोलकर नहीं बता सकता इसलिए मवेशी को कीटाणु से बचाव के लिए मच्छरदानी में रखते है. साथ ही मवेशियों से ही हमारा जीवन-यापन चल रहा है, तो इसकी सुरक्षा करना भी हमारा धर्म है.

मच्छरदानी में मवेशी

इस बीमारी की वजह से...
इस संबंध में पशुचिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि आजकल ऐनाप्लाजमोसिस नामक बीमारी का प्रचलन इस क्षेत्र में ज्यादा है. यह बीमारी एक प्रकार की कीड़े के काटने से होता है. इसका लक्षण मवेशियों में बुखार, कमजोरी, थकान होती है. मवेशी पालक अपने हिसाब से मवेशी को सुरक्षित रख रहे हैं. वैसे अभी क्षेत्र में मवेशी को एफएमडी का वैक्सीन दिया जा रहा है.

दरभंगा: जिले के नजारा प्रखंड क्षेत्र के महिशौत पंचायत अंतर्गत सिसौना गांव में मवेशियों को मच्छरदानी में रखा जा रहा है. इस गांव में सैकड़ों लोग दुधारू मवेशी का पालन करते हैं. यहां के मवेशी पालक मवेशियों की सुरक्षा के लिए मच्छरदानी लगाते हैं इसकी वजह ऐनाप्लाजमोसिस नाम की बीमारी है.

इस गांव के मवेशी पालकों का कहना है कि लाखों रुपये की लागत से हम लोग अच्छी नस्ल की गाय, भैस खरीदते हैं और खुले में रहने के कारण दर्जनो कीड़े, मकोड़े,मवेशी के आस-पास मंडराते रहते हैं. इनके काट लेने से कई मवेशियों को बीमारी होने खतरा बना रहता है. कई बार ऐसा होने की वजह से मवेशी की मौत भी हो जाती है.

ये हमारा धर्म है
मवेशी पालकों का कहना है कि ये तो जानवर है यह अपना दुख बोलकर नहीं बता सकता इसलिए मवेशी को कीटाणु से बचाव के लिए मच्छरदानी में रखते है. साथ ही मवेशियों से ही हमारा जीवन-यापन चल रहा है, तो इसकी सुरक्षा करना भी हमारा धर्म है.

मच्छरदानी में मवेशी

इस बीमारी की वजह से...
इस संबंध में पशुचिकित्सक डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि आजकल ऐनाप्लाजमोसिस नामक बीमारी का प्रचलन इस क्षेत्र में ज्यादा है. यह बीमारी एक प्रकार की कीड़े के काटने से होता है. इसका लक्षण मवेशियों में बुखार, कमजोरी, थकान होती है. मवेशी पालक अपने हिसाब से मवेशी को सुरक्षित रख रहे हैं. वैसे अभी क्षेत्र में मवेशी को एफएमडी का वैक्सीन दिया जा रहा है.

Intro: दरभंगा कुशेश्वरस्थान मनुष्य ही नही बल्कि यह मवेशियो के लिए भी लगाया जाता है मच्छरदानी । जी हाँ चौकिये नही यह हकीकत है।
बतादे की उक्त नजारा प्रखंड क्षेत्र के महिशौत पंचायत अंतर्गत सिसौना गाँव मे मवेशी को मच्छरदानी में रखने का देखने को मिलेगा । इस गांव में सैकड़ो की संख्या में दुधारू मवेशी का पालन करते हैं यहां के मवेशिपालक मवेशियो की सुरक्षा के लिए लगाते है मच्छरदानी । इस गाँव के मवेशिपालक का कहना है कि लाखों रुपये की लागत से हमलोग अच्छे नस्ल की गाय ,भैस खरीदते है और खुले में रहने के कारण दर्जनो कीड़े, मकोड़े,मवेशी के आस पास मंडराते रहता है उसे काट लेने से कई बीमारियों होने खतरा बना रहता है। और कीटाणु के काटने से जब मवेशी बीमार पड़ जाता है तो कई बार तो मवेशी की मौत भी हो जाती है। मवेशिपालको का कहना है कि ये तो जानवर है यह अपनी दुःख बोलकर नही बता सकता है इसीलिए मवेशी की कीटाणु से बचाव के लिए मच्छरदानी में रखते है । साथ ही इसी मवेशी पालकर हमलोगों की जीवन यापन चलता है तो इसकी सुरक्षा करना भी हमारा धर्म है इसीलिए भैस को मच्छरदानी में रखते है ताकि जानलेवा कीटाणु इस्की संपर्क में नही आ सके । सिसौना के पशुपालक पंकज राय,बबन यादव,मधुकान्त यादव सहित कई मवेशिपालक ने बताया कि हमलोग की जो मेरा जीवन दाता है जिसका दूध खुद भी खाते है और बाजार में बेचकर अपने परिवार की भी जीवन यापन करते है । अपने आहार दाता का रक्षा करना मेरा अधिकार है।Body:पशुपालक पंकज कुमार राय ने बताया कि हमलोगों कजो जीवन दाता है जिसका दूध खुद भी खाते हैं और बाजार में भी बेचकर अपनी परिवार का जीवन यापन करते है ।
इस संबंध में पशुचिकित्सक डॉ० सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि आजकल ऐनाप्लाजमोसिस नामक बीमारी का प्रचलन इस क्षेत्र में है यह बीमारी एक प्रकार की कीड़े के काटने से होता है इसकी लक्षण उसे बुखार लगना, कमजोडी,थकान होता है इसीलिए मवेशिपालक अपने हिसाब से मवेशी को सुरक्षित रख रहे हैं।वैसे अभी क्षेत्र में मवेशी को एफएमडी का वैक्सीन दिया जा रहा है । Conclusion:NA
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