दरभंगा: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण अब तक सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है. उन बच्चों के न्याय के लिए जिले के मेडिकल चौक पर नागरिक समुदाय ने कैंडल मार्च का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया. वहीं, मृत बच्चों को श्रद्धांजलि दी गई.
कैंडल मार्च के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य इलाकों में जिन लोगों के बच्चे केंद्र और राज्य सरकार की घोर लापरवाही के कारण अकाल मृत्यु के शिकार हुए, उन्हीं के ऊपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दिया है. ऐसे वक्त में भी सरकार उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है. वहीं, गया और औरंगाबाद में लोग लू से मर रहे हैं. सरकार लू से बचने के लिए कोई ठोस उपाय करने के बजाय धारा 144 लगा रखी है. इन आपदाओं में गरीबों के ही बच्चे मारे जा रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री का मांगा इस्तीफा
नेता आरके सहनी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास का ढिंढोरा पीटने वाले सीएम नीतीश कुमार की असलियत खुल चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार लापरवाह स्वास्थ्य मंत्री को बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा मांगा और कहा कि सरकार को चाहिए कि युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाए.