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चमकी बुखार से बच्चों की मौत को लेकर कैंडल मार्च, स्वास्थ्य मंत्री का मांगा इस्तीफा

कैंडल मार्च के बाद लोगों ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य इलाकों में जिन लोगों के बच्चे केंद्र और राज्य सरकार की घोर लापरवाही के कारण अकाल मृत्यु के शिकार हुए, उन्हीं के ऊपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दिया है.

मुजफ्फरपुर में मौत के शिकार बच्चों के न्याय के लिए दरभंगा में नागरिकों का कैंडल मार्च
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Published : Jun 27, 2019, 7:54 AM IST

दरभंगा: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण अब तक सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है. उन बच्चों के न्याय के लिए जिले के मेडिकल चौक पर नागरिक समुदाय ने कैंडल मार्च का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया. वहीं, मृत बच्चों को श्रद्धांजलि दी गई.

कैंडल मार्च के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य इलाकों में जिन लोगों के बच्चे केंद्र और राज्य सरकार की घोर लापरवाही के कारण अकाल मृत्यु के शिकार हुए, उन्हीं के ऊपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दिया है. ऐसे वक्त में भी सरकार उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है. वहीं, गया और औरंगाबाद में लोग लू से मर रहे हैं. सरकार लू से बचने के लिए कोई ठोस उपाय करने के बजाय धारा 144 लगा रखी है. इन आपदाओं में गरीबों के ही बच्चे मारे जा रहे हैं.

स्ठानीय लोगों ने निकाला कैंडल मार्च

स्वास्थ्य मंत्री का मांगा इस्तीफा

नेता आरके सहनी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास का ढिंढोरा पीटने वाले सीएम नीतीश कुमार की असलियत खुल चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार लापरवाह स्वास्थ्य मंत्री को बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा मांगा और कहा कि सरकार को चाहिए कि युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाए.

दरभंगा: मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण अब तक सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई है. उन बच्चों के न्याय के लिए जिले के मेडिकल चौक पर नागरिक समुदाय ने कैंडल मार्च का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया. वहीं, मृत बच्चों को श्रद्धांजलि दी गई.

कैंडल मार्च के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य इलाकों में जिन लोगों के बच्चे केंद्र और राज्य सरकार की घोर लापरवाही के कारण अकाल मृत्यु के शिकार हुए, उन्हीं के ऊपर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दिया है. ऐसे वक्त में भी सरकार उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रही है. वहीं, गया और औरंगाबाद में लोग लू से मर रहे हैं. सरकार लू से बचने के लिए कोई ठोस उपाय करने के बजाय धारा 144 लगा रखी है. इन आपदाओं में गरीबों के ही बच्चे मारे जा रहे हैं.

स्ठानीय लोगों ने निकाला कैंडल मार्च

स्वास्थ्य मंत्री का मांगा इस्तीफा

नेता आरके सहनी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विकास का ढिंढोरा पीटने वाले सीएम नीतीश कुमार की असलियत खुल चुकी है. केंद्र और राज्य सरकार लापरवाह स्वास्थ्य मंत्री को बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का इस्तीफा मांगा और कहा कि सरकार को चाहिए कि युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाए.

Intro:मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण सैकड़ों की संख्या में मारे गए बच्चों के न्याय के लिए आज दरभंगा के मेडिकल चौक पर नागरिक समुदाय ने कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में दरभंगा शहर के कई गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया। कैंडल मार्च के उपरांत आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि मुजफ्फरपुर सहित बिहार के अन्य इलाकों में जिन लोगों के बच्चे दिल्ली पटना सरकार की घोर लापरवाही के कारण अकाल मृत्यु के शिकार हुए, उन्हीं के ऊपर पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर दिया है। ऐसे वक्त में भी सरकार दमन उत्पीड़न से बाज नहीं आ रही है।


Body:वहीं वक्ताओं ने कहा कि यह एक ओर जहां मुजफ्फरपुर व अन्य जिले में चमकी बुखार का कहर है, तो दूसरी और गया और औरंगाबाद में लोग लू से मर रहे है। हास्यास्पद यह है कि सरकार लू से बचने के लिए कोई ठोस उपाय करने की बजाय धारा 144 लगा रखी है। इन आपदाओं में गरीबों के ही बच्चे मारे जा रहे हैं। चाहे चमकी बुखार हो या लू का कहर अथवा पर पेयजल संकट, इन सबको शिकार सी मेहनतकश समुदाय के लोग हो रहे हैं। साथ ही वक्ताओं ने कहा कि विकास की ढिंढोरा पीटने वाली नीतीश कुमार की असलियत खुल चुकी है और इसी कारण वे बौखला गए हैं। कभी पत्रकारों को धक्का देकर बाहर करवा दे रहे हैं और कभी ग्रामीणों पर f.i.r. करवा रहे हैं। लेकिन आईसीयू में वार्डो की संख्या बढ़ाकर 200 नहीं करवा रहे हैं। इस अवसर पर नागरिक समुदाय ने बिहार की जनता को इस दुख की घड़ी में मारे गए बच्चों के न्याय के लिए आगे आने का आह्वान किया।


Conclusion:वहीं मीडिया से बात करते हुए आर के सहनी ने कहा कि मंगल पांडे जैसे लापरवाह स्वास्थ्य मंत्री को बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा को बिहार व देश की जनता ने और ज्यादा दुर्दिन देखने के लिए वोट नहीं किया है। लेकिन लगता है कि बहुमत प्राप्त कर जब भाजपा के लोग सत्ता के नशे में चूर हो गए हैं। यही वजह है चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की चिंता ना तो केंद्र की सरकार को है ना ही बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को ही। इसीलिए मंगल पांडे को उनको अविलंब पद से बर्खास्त करना चाहिए और युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाया जाना चाहिए। मुजफ्फरपुर की घटना में एक बार फिर से जाहिर कर दिया है कि बिहार सरकार का आपदा प्रबंधन बिल्कुल नकारा है। बच्चों के प्रति इस प्रकार की लापरवाही घोर अपराधिक लापरवाही है और इसके लिए पूरी तरह से भाजपा जदयू की सरकार जवाबदेह हैं। हम मांग करते हैं कि इंसेफेलाइटिस को आपदा घोषित करते हुए युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाया जाए।

Byte ---------------- आर के साहनी, वरिष्ठ नेता
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