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दरभंगा के अनुराग आनंद बने 64वीं बीपीएससी परीक्षा के तीसरे टॉपर

बक्सर के लक्ष्मीनगर निवासी अनुराग आनंद बीपीएससी परीक्षा में तीसरे स्थान पर आए हैं. वहीं हायाघाट बीडीओ की पत्नी मोनी कुमारी ने भी बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है.

अनुराग आनंद
अनुराग आनंद
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Published : Jun 7, 2021, 3:47 AM IST

दरभंगाः 64वीं बीपीएससी परीक्षा का परिणाम बिहार लोक सेवा आयोग ने रविवार को घोषित कर दिया. इस परीक्षा में तीसरे टॉपर दरभंगा शहर के लक्ष्मीसागर के अनुराग आनंद घोषित किए गए हैं. उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यह सफलता पाई है. अनुराग के पिता विजय कुमार झा एसबीआई के लहेरियासराय सीएई ब्रांच के मैनेजर हैं. मां इंदु झा गृहणी हैं. उनके बड़े भाई अभिषेक आनंद न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी हैं. अनुराग की सफलता पर परिवार में बेहद खुशी का माहौल है.

रविवार देर रात तक उन्हें बधाई देनेवालों के कॉल आते रहे. वहीं, बीडीओ भगवान झा की पत्नी मोनी कुमारी ने भी बीपीएससी परीक्षा में सफलता पाई है.

यह भी पढ़ें- 64वीं बिहार सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, ओम प्रकाश गुप्ता को मिला पहला रैंक

हर दिन 8-10 घंटे की पढ़ाई
अनुराग ने बताया कि उन्होंने बीपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया. हर दिन अनवरत 8-10 घंटे पढ़ाई की. उन्होंने बताया कि दरभंगा के डीएवी स्कूल से 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद वे आगे की पढ़ाई के लिये रांची चले गए. वहां रांची विद्या मंदिर से 12वीं पास की. उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिये दिल्ली चले गए. उन्होंने 2016 में आईआईटी से बीटेक किया. उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक से नौकरी का ऑफर आया, लेकिन उनका सपना यूपीएससी में सफलता प्राप्त करना था. लिहाजा इसकी तैयारी में उन्होंने अपने आपको झोंक दिया.

यूपीएससी मेन की दी थी परीक्षा
इस बीच दो बार यूपीएससी मेन तक की परीक्षा दी, लेकिन सफलता नहीं मिली. अनुराग ने बताया कि इसके बावजूद वे नहीं डिगे. अपना ध्यान बीपीएससी की परीक्षा पर केंद्रित कर दिया. पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही तीसरा स्थान प्राप्त किया. अनुराग ने बताया कि यूपीएससी में असफल होने के बाद शुरुआत में थोड़ा मानसिक दबाव पड़ा. लेकिन उसे दरकिनार करते हुए फिर से पढ़ाई में मन लगाया. इसमें परिवार के हर सदस्य और दोस्तों ने पूरा साथ दिया.

नहीं ली कोई कोचिंग
अनुराग ने कहा कि सच्ची लगन व अपनों के साथ ने आगे बढ़ने में सहयोग किया. अनुराग ने कहा कि उन्होंने किसी प्रकार की कोचिंग नहीं ली. मोबाइल पर यूटयूब और टेलिग्राम जैसी सोशल साइट पर जाकर पढ़ाई के लिए मैटेरियल प्राप्त किया. खूब मेहनत की और सफलता पाई. अनुराग ने बताया कि कोई भी स्टूडेंट किसी भी मुकाम पर पहुंच सकता है. इसके लिए दिल्ली या दूसरे महानगरों में जाने की जरूरत नहीं है. घर बैठे यूटयूब और टेलीग्राम जैसी सोशल साइट्स से स्टडी मैटेरियल लेकर लागातार और लगन से अगर अध्ययन करें तो जरूर सफलता मिलेगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा पास करने के लिए तैयारी में मोटी रकम खर्च करने की जरूरत नहीं है.

मोनी कुमारी
मोनी कुमारी

मोनी कुमारी ने भी हासिल की सफलता
बक्सर के हायाघाट बीडीओ भगवान झा की पत्नी मोनी कुमारी ने भी बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है. उन्होंने रेवेन्यू ऑफिसर के रूप में सफलता पाई है. उनका ससुराल मधुबनी जिले में है.

यह भी पढ़ें- कोरोना का असर: BPSC 66वीं मुख्य परीक्षा स्थगित, नई डेट की दी जाएगी जानकारी

दरभंगाः 64वीं बीपीएससी परीक्षा का परिणाम बिहार लोक सेवा आयोग ने रविवार को घोषित कर दिया. इस परीक्षा में तीसरे टॉपर दरभंगा शहर के लक्ष्मीसागर के अनुराग आनंद घोषित किए गए हैं. उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यह सफलता पाई है. अनुराग के पिता विजय कुमार झा एसबीआई के लहेरियासराय सीएई ब्रांच के मैनेजर हैं. मां इंदु झा गृहणी हैं. उनके बड़े भाई अभिषेक आनंद न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में अधिकारी हैं. अनुराग की सफलता पर परिवार में बेहद खुशी का माहौल है.

रविवार देर रात तक उन्हें बधाई देनेवालों के कॉल आते रहे. वहीं, बीडीओ भगवान झा की पत्नी मोनी कुमारी ने भी बीपीएससी परीक्षा में सफलता पाई है.

यह भी पढ़ें- 64वीं बिहार सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी, ओम प्रकाश गुप्ता को मिला पहला रैंक

हर दिन 8-10 घंटे की पढ़ाई
अनुराग ने बताया कि उन्होंने बीपीएससी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया. हर दिन अनवरत 8-10 घंटे पढ़ाई की. उन्होंने बताया कि दरभंगा के डीएवी स्कूल से 10वीं उत्तीर्ण करने के बाद वे आगे की पढ़ाई के लिये रांची चले गए. वहां रांची विद्या मंदिर से 12वीं पास की. उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिये दिल्ली चले गए. उन्होंने 2016 में आईआईटी से बीटेक किया. उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक से नौकरी का ऑफर आया, लेकिन उनका सपना यूपीएससी में सफलता प्राप्त करना था. लिहाजा इसकी तैयारी में उन्होंने अपने आपको झोंक दिया.

यूपीएससी मेन की दी थी परीक्षा
इस बीच दो बार यूपीएससी मेन तक की परीक्षा दी, लेकिन सफलता नहीं मिली. अनुराग ने बताया कि इसके बावजूद वे नहीं डिगे. अपना ध्यान बीपीएससी की परीक्षा पर केंद्रित कर दिया. पूरी तैयारी के साथ परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही तीसरा स्थान प्राप्त किया. अनुराग ने बताया कि यूपीएससी में असफल होने के बाद शुरुआत में थोड़ा मानसिक दबाव पड़ा. लेकिन उसे दरकिनार करते हुए फिर से पढ़ाई में मन लगाया. इसमें परिवार के हर सदस्य और दोस्तों ने पूरा साथ दिया.

नहीं ली कोई कोचिंग
अनुराग ने कहा कि सच्ची लगन व अपनों के साथ ने आगे बढ़ने में सहयोग किया. अनुराग ने कहा कि उन्होंने किसी प्रकार की कोचिंग नहीं ली. मोबाइल पर यूटयूब और टेलिग्राम जैसी सोशल साइट पर जाकर पढ़ाई के लिए मैटेरियल प्राप्त किया. खूब मेहनत की और सफलता पाई. अनुराग ने बताया कि कोई भी स्टूडेंट किसी भी मुकाम पर पहुंच सकता है. इसके लिए दिल्ली या दूसरे महानगरों में जाने की जरूरत नहीं है. घर बैठे यूटयूब और टेलीग्राम जैसी सोशल साइट्स से स्टडी मैटेरियल लेकर लागातार और लगन से अगर अध्ययन करें तो जरूर सफलता मिलेगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा पास करने के लिए तैयारी में मोटी रकम खर्च करने की जरूरत नहीं है.

मोनी कुमारी
मोनी कुमारी

मोनी कुमारी ने भी हासिल की सफलता
बक्सर के हायाघाट बीडीओ भगवान झा की पत्नी मोनी कुमारी ने भी बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है. उन्होंने रेवेन्यू ऑफिसर के रूप में सफलता पाई है. उनका ससुराल मधुबनी जिले में है.

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