दरभंगा: बिहार में लंबे समय से जारी नियोजित शिक्षकों की हड़ताल का अखिल भारतीय विश्वविद्यालय और महाविद्यालय शिक्षक महासंघ ने समर्थन किया है. एआईएफयूसीटीओ, नई दिल्ली के महासचिव प्रो. डॉ. अरुण कुमार ने सीएम नीतीश कुमार से हड़ताली शिक्षकों की समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए इनकी हड़ताल खत्म करवाने की अपील की है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर शिक्षकों की मांगें नहीं मानी गई तो इनके समर्थन में देशभर के शिक्षक आंदोलन करेंगे.
सरकार को शिक्षकों से करनी चाहिए वार्ता
प्रो. डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि बिहार में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के नियोजित शिक्षक 17 मार्च से अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. हड़ताल से पहले शिक्षकों ने कई बार सरकार का ध्यान अपनी समस्याओं की ओर दिलाया था. लेकिन सरकार ने उनके समाधान के लिए कोई पहल नहीं की. उन्होंने कहा कि यह असंवैधानिक है और इसे नहीं रोका गया तो देशभर के शिक्षक बिहार के इन शिक्षकों के समर्थन में आंदोलन करेंगे. सीएम से अपील की है कि कोरोना जैसी महामारी के संकट में शिक्षकों के साथ वार्ता कर समझौता किया जाए.
6-7 सालों से नहीं मिला शिक्षकों का अनुदान
वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के संबंद्ध इंटर और डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षकों का अनुदान बीते 6-7 साल से नहीं मिला है. इसकी वजह से उनकी स्थिति खराब है. साथ ही कहा कि बिहार सरकार की ओर से इंटर के शिक्षकों के लिए जारी 630 करोड़ रुपये बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिना किसी वजह के रोके रखा है. मुख्यमंत्री से जल्द इस समस्या के समाधान की अपील की. उन्होंने प्रदेश के संबद्ध इंटर और डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों कई सालों से अनुदान नहीं मिलने को भी दुखद बताया है.