दरभंगा: विश्वविद्यालय में टीकाकरण केंद्र खोले जाने, टीकाकरण में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की बाध्यता खत्म करने को लेकर ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की ओर से कई स्थानों पर प्रतिवाद कार्यक्रम किया गया. साथ ही डीएमसीएच में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जल्द चालू किए जाने समेत कई मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया.
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टीकाकरण केंद्र खोलने की जरूरत
जिला कार्यालय में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि गंभीर बीमारियों के खतरे को देखते हुए डीएमसीएच में बने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को अविलंब शुरू करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से शिक्षकों, कर्मियों और छात्रों की लगातार मौत हो रही है. इसको देखते हुए विश्वविद्यालय और कॉलेजों में टीकाकरण केंद्र खोलने की जरूरत है.
जांच की व्यवस्था करने की मांग
जिलाध्यक्ष ने कहा कि 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की बाध्यता को खत्म करने और पंचायतों में बंद पड़े स्वास्थ्य उप केंद्रों को चालू कर वहां टीकाकरण और जांच की व्यवस्था करने की मांग की. उन्होंने ललित नारायण मिथिला विवि के स्वास्थ्य केंद्र में स्थायी डॉक्टर की बहाली करने की भी मांग की. साथ ही उन्होंने डीएमसीएच में बंद पड़ी वेंटिलेटर मशीन को अविलंब चालू करने और अनुमंडल अस्पताल में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और आईसीयू की व्यवस्था करने की मांग की.
इस अवसर पर मोहम्मद शहाबुद्दीन, चंदन कुमार सहनी, सुनील कुमार चौधरी शामिल रहे. शहर में आइसा नेता चंदन आजाद, संदीप कुमार, सबा रौशनी, माहिरा परवीन, मोहम्मद चांद, मोहम्मद एहसान, मोहम्मद सोहराब और राजू कर्ण ने अपने-अपने घरों पर प्रतिवाद दिवस मनाया.