ETV Bharat / state

पटना साहिब में BJP पर कितना असर डालेगी आरके सिन्हा की नाराजगी - bjp

बीजेपी और आरएसएस की तरफ से सांसद आर के सिन्हा को मनाने की कोशिश लगातार जारी है. लेकिन शनिवार को पटना पहुंचे आरके सिन्हा ने कहा की पार्टी ने उन्हें न तो अमित शाह के रोड शो में बुलाया है और न ही चुनाव प्रचार करने के लिए कहा गया है.

आरके सिन्हा
author img

By

Published : May 11, 2019, 7:43 PM IST

पटनाः पटना साहिब में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा का मुकाबला बीजेपी के रविशंकर प्रसाद से है. रविशंकर प्रसाद पहली बार बीजेपी के टिकट पर पटनासाहिब सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच एक बड़ा फैक्टर पटना साहिब चुनाव में असर डाल सकता है. वो है बीजेपी के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की नाराजगी. जो कि अब खुलकर सामने आ रही है.

बीजेपी और आरएसएस की तरफ से सांसद आरके सिन्हा को मनाने की कोशिश लगातार जारी है. लेकिन शनिवार को पटना पहुंचे आर के सिन्हा ने कहा की पार्टी ने उन्हें न तो अमित शाह के रोड शो में बुलाया है और न ही चुनाव प्रचार करने के लिए कहा गया है. आर के सिन्हा के इस बयान के बाद उनकी नाराजगी साफ झलक रही है. वहीं, बीजेपी नेता मानते हैं कि आर के सिन्हा पार्टी के प्रमुख नेता हैं और जो भी मामला है वह पार्टी का है जिसे आराम से सुलझा लिया जाएगा.

टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी
दरअसल टिकट बंटवारे से पहले इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि पटना साहिब से आर के सिन्हा ही बीजेपी के प्रत्याशी होंगे. बाद में जब घोषणा हुई तो केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दे दिया. इसके बाद लगातार आर के सिन्हा पार्टी से नाराज चल रहे हैं. उन्हें मनाने के लिए न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी बल्कि आरएसएस की ओर से भी कई बार कोशिश की गई है.

क्या कहता है विपक्ष
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी का कहना है कि आर के सिन्हा की नाराजगी का खामियाजा बीजेपी को पटना साहिब में भुगतना पड़ेगा. आरजेडी नेता रामनारायण मंडल ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी ने आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ सलूक किया. इसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को भुगतना पड़ेगा.

नाराजगी का असर

आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब के कद्दावर कायस्थ नेताओं में गिने जाते हैं. बीजेपी से नाराज होकर पार्टी छोड़ चुके शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं. अब देखना है कि 19 मई को होने वाले चुनाव में कायस्थ बहुल पटना साहिब के वोटर्स किसे तरजीह देते हैं और आरके सिन्हा की नाराजगी चुनाव में कितना फर्क डालती है.

पटनाः पटना साहिब में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा का मुकाबला बीजेपी के रविशंकर प्रसाद से है. रविशंकर प्रसाद पहली बार बीजेपी के टिकट पर पटनासाहिब सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच एक बड़ा फैक्टर पटना साहिब चुनाव में असर डाल सकता है. वो है बीजेपी के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की नाराजगी. जो कि अब खुलकर सामने आ रही है.

बीजेपी और आरएसएस की तरफ से सांसद आरके सिन्हा को मनाने की कोशिश लगातार जारी है. लेकिन शनिवार को पटना पहुंचे आर के सिन्हा ने कहा की पार्टी ने उन्हें न तो अमित शाह के रोड शो में बुलाया है और न ही चुनाव प्रचार करने के लिए कहा गया है. आर के सिन्हा के इस बयान के बाद उनकी नाराजगी साफ झलक रही है. वहीं, बीजेपी नेता मानते हैं कि आर के सिन्हा पार्टी के प्रमुख नेता हैं और जो भी मामला है वह पार्टी का है जिसे आराम से सुलझा लिया जाएगा.

टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी
दरअसल टिकट बंटवारे से पहले इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि पटना साहिब से आर के सिन्हा ही बीजेपी के प्रत्याशी होंगे. बाद में जब घोषणा हुई तो केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दे दिया. इसके बाद लगातार आर के सिन्हा पार्टी से नाराज चल रहे हैं. उन्हें मनाने के लिए न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी बल्कि आरएसएस की ओर से भी कई बार कोशिश की गई है.

क्या कहता है विपक्ष
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी का कहना है कि आर के सिन्हा की नाराजगी का खामियाजा बीजेपी को पटना साहिब में भुगतना पड़ेगा. आरजेडी नेता रामनारायण मंडल ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी ने आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ सलूक किया. इसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को भुगतना पड़ेगा.

नाराजगी का असर

आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब के कद्दावर कायस्थ नेताओं में गिने जाते हैं. बीजेपी से नाराज होकर पार्टी छोड़ चुके शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं. अब देखना है कि 19 मई को होने वाले चुनाव में कायस्थ बहुल पटना साहिब के वोटर्स किसे तरजीह देते हैं और आरके सिन्हा की नाराजगी चुनाव में कितना फर्क डालती है.

Intro:पटना साहिब में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा का मुकाबला बीजेपी के रविशंकर प्रसाद से है। हालांकि इस बीच एक बड़ा फैक्टर पटना साहिब चुनाव में असर डाल सकता है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा की नाराजगी अब खुलकर सामने दिख रही है। हालांकि उन्हें मनाने की पूरी कोशिश में भी बीजेपी और आर एस एस की तरफ से जारी है। पेश है एक खास रिपोर्ट।


Body:BJP के राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा को मनाने की कोशिश से लगातार जारी है। दरअसल टिकट बंटवारे से पहले इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि पटना साहिब से आर के सिन्हा ही बीजेपी के प्रत्याशी होंगे। लेकिन जब घोषणा हुई तो मालूम हुआ कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके बाद लगातार आर के सिन्हा पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्हें मनाने के लिए ना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी बल्कि आर एस एस की ओर से भी कई बार कोशिश से हुई।
शनिवार को पटना पहुंचे आर के सिन्हा ने कहा की पार्टी ने उन्हें ना तो अमित शाह के रोड शो में बुलाया है और ना ही चुनाव प्रचार करने के लिए उन्हें कहा गया है। उनकी बातों से ही उनकी नाराज़गी झलक रही थी। हालांकि बीजेपी नेता मानते हैं कि आर के सिन्हा पार्टी के प्रमुख नेता हैं और जो भी मामला है वह पार्टी का है जिसे आराम से सुलझा लिया जाएगा।
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने कहा है कि आर के सिन्हा की नाराजगी का खामियाजा बीजेपी को पटना साहिब में भुगतना पड़ेगा। राजद के वरिष्ठ नेता रामनारायण मंडल ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी ने आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ सलूक किया इसका खामियाजा भी बीजेपी प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को भुगतना पड़ेगा।


Conclusion:आर के सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब के कद्दावर कायस्थ नेताओं में गिने जाते हैं बीजेपी से नाराज होकर पार्टी छोड़ चुके शत्रुघन सिंहा अब कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे हैं वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। अब देखना है कि 19 मई को होने वाले चुनाव में कायस्थ बहुल पटना साहिब के वोटर्स किसे तरजीह देते हैं और आरके सिन्हा की नाराजगी चुनाव में कितना फर्क डालती है।

बाइट रामनारायण मंडल राजद प्रदेश उपाध्यक्ष
गिरिराज सिंह केंद्रीय राज्यमंत्री
पीटीसी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.