पटना: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इंसेफ्लाइटिस से बच्चों की मौत के मामले में बिहार सरकार के मुख्य सचिव और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव को नोटिस जारी किया है. एनएचआरसी ने एईएस से बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई मौतों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इसी के साथ NHRC ने जापानी इंसेफलाइटिस के नियंत्रण एवं रोकथाम के कार्यक्रम को लागू करने के स्टेटस और मौजूदा हालात को संभालने के लिए उठाए गए दूसरे कदमों के बारे में भी जानकारी मांगी है. आयोग ने 4 हफ्तों में जवाब देने को कहा है.
चमकी बुखार से मौत का आंकड़ा पहुंचा 126
बता दें कि मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के जिलों में महामारी का रूप ले चुके चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है. रविवार सुबह से देर रात तक चमकी बुखार से 16 वें दिन 15 बच्चों की जान चली गई. 12 बच्चों की मौत एसकेएमसीएच व तीन बच्चों की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई. अभी तक चमकी बुखार से 334 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें 116 बच्चों की मौत हुई है. मुजफ्फरपुर के अलावा सीतामढ़ी में दो, समस्तीपुर में तीन और वैशाली में अब तक 5 बच्चों ने जान गवाई है. इनको लेकर 126 बच्चों की जान अब तक जा चुकी है. बता दें कि रविवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मुजफ्फरपुर पहुंचे. उनके सामने ही तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया. बच्चों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है.
नीतीश कुमार ने बुलाई स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक
वहीं, बिहार में इंसेफ्लाइटिस से लगातार बच्चों की मौत की खबरों के बीच सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग की आपात बैठक बुलाई है.
जागरुकता नहीं फैलाने के आरोप में केस दर्ज
इस बीच, मुजफ्फरपुर में इंसेफ्लाइटिस को लेकर जागरुकता नहीं फैलाने के आरोप में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 24 जून की तारीख तय कर दी.