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स्लम के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं इंजीनियरिंग के छात्र, पॉकेट मनी बचा खरीदते हैं कॉपी-किताब

स्लम एरिया में रहने वाले बच्चो को मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक संस्कार भी दे रहे हैं. ये युवा बीटेक और एमटेक के छात्र हैं. अंबेडकर पार्क में इनकी स्कूल शुरू होती है,

शिक्षा के लिए अभियान
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Published : Apr 26, 2019, 9:16 PM IST

Updated : Apr 26, 2019, 9:42 PM IST

पटनाः एक तरफ राज्य में सरकारी शिक्षा व्यवस्था का बूरा हाल है. वहीं, कदमकुंआ के रहने वाले कुछ ऐसे छात्र हैं जो समाज में शिक्षा को लेकर अलख जगा रहे हैं. वे स्लम बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं.

दरअसल पटना के कदमकुआं क्षेत्र के लोहानीपुर स्थित अम्बेडकर पार्क में कुछ ऐसे युवा छात्र हैं जो स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ साथ व्यवहारिक संस्कार भी दे रहे हैं. ये युवा बीटेक और एमटेक के छात्र हैं. अंबेडकर पार्क में इनकी स्कूल शुरू होती है, जिसमें 20-30 बच्चे रोज पढ़ने आते हैं.

education
नर्सरी से लेकर दसवीं तक के बच्चे आते हैं पढ़ने

पॉकेट मनी से बचाते हैं पैसे
समाज के हर तबके तक शिक्षा की अलख जगा रहे ये लोग बच्चों को पेंसिल, कॉपी, ब्लैक बोर्ड भी मुहैया कराते हैं. जब ईटीवी भारत के सवांददाता ने युवा छात्र रंजीत कुमार से बात कर पूछा कि खुद की पढ़ाई के खर्चे के साथ ये इन बच्चों के लिए पैसे कैसे बचा लेते हैं. इस पर उनका जवाब था कि उन्हें जो पॉकेट मनी मिलती हैं उसमें से बहुत थोड़ा भी बचाते हैं तो बच्चों के काम आ जाता है.

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यहां लगन से पढ़ते हैं छात्र

बच्चों के लिए निकालते हैं समय
शिक्षा दे रहे एक छात्र से पूछा गया कि आखिर वे लोग भी छात्र हैं ऐसे में हर दिन पार्क आकर बच्चों को पढ़ाने के लिए कैसे समय निकालते हैं? इस पर उनका जवाब था कि आज जहां अधिकतर युवा मौबाईल और इंटरनेट में समय लगा रहे हैं उसी को बचाकर वे समाज में शिक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं.

education
शिक्षा की अलख

खुश हैं बच्चे
अंबेडकर पार्क में लगने वाली इस पाठशाला के बच्चों का कहना है स्कूल से आने के बाद वह सीधे अंबेडकर पार्क ट्यूशन लेने चले जाते हैं. यहां उन्हें बहुत अच्छा लगता है. पढ़ाई में उन्हें काफी मदद मिलती है वे यहां आकर बेहद खुश हैं.

एक अभियान

क्या कहते हैं परिजन
वहीं लोहानीपुर स्लम एरिया और राजेंद्र नगर स्लम एरिया के बच्चों के परिजनों का कहना है कि हम पहले ट्यूशन में 400 रूपए देते थे, क्योंकी सरकारी स्कूल में पढ़ाई कहां होती है. वहीं, अब बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है वो भी निशुल्क. उनका कहना है कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी बाते भी सीख रहे हैं. इससे वे बेहद खुश हैं.

education
कितनी जरूरी बेहतर शिक्षा

अम्बेडकर पार्क में बच्चों को शिक्षा दे रहे ये युवा आज से नहीं बल्कि 2016 से इस कार्य मे लगे हुए हैं. बिना किसी निजी स्वार्थ के ये छात्र स्लम एरिया में रहने वाले बच्चो के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे हैं.

पटनाः एक तरफ राज्य में सरकारी शिक्षा व्यवस्था का बूरा हाल है. वहीं, कदमकुंआ के रहने वाले कुछ ऐसे छात्र हैं जो समाज में शिक्षा को लेकर अलख जगा रहे हैं. वे स्लम बस्ती के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं.

दरअसल पटना के कदमकुआं क्षेत्र के लोहानीपुर स्थित अम्बेडकर पार्क में कुछ ऐसे युवा छात्र हैं जो स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ साथ व्यवहारिक संस्कार भी दे रहे हैं. ये युवा बीटेक और एमटेक के छात्र हैं. अंबेडकर पार्क में इनकी स्कूल शुरू होती है, जिसमें 20-30 बच्चे रोज पढ़ने आते हैं.

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नर्सरी से लेकर दसवीं तक के बच्चे आते हैं पढ़ने

पॉकेट मनी से बचाते हैं पैसे
समाज के हर तबके तक शिक्षा की अलख जगा रहे ये लोग बच्चों को पेंसिल, कॉपी, ब्लैक बोर्ड भी मुहैया कराते हैं. जब ईटीवी भारत के सवांददाता ने युवा छात्र रंजीत कुमार से बात कर पूछा कि खुद की पढ़ाई के खर्चे के साथ ये इन बच्चों के लिए पैसे कैसे बचा लेते हैं. इस पर उनका जवाब था कि उन्हें जो पॉकेट मनी मिलती हैं उसमें से बहुत थोड़ा भी बचाते हैं तो बच्चों के काम आ जाता है.

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यहां लगन से पढ़ते हैं छात्र

बच्चों के लिए निकालते हैं समय
शिक्षा दे रहे एक छात्र से पूछा गया कि आखिर वे लोग भी छात्र हैं ऐसे में हर दिन पार्क आकर बच्चों को पढ़ाने के लिए कैसे समय निकालते हैं? इस पर उनका जवाब था कि आज जहां अधिकतर युवा मौबाईल और इंटरनेट में समय लगा रहे हैं उसी को बचाकर वे समाज में शिक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं.

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शिक्षा की अलख

खुश हैं बच्चे
अंबेडकर पार्क में लगने वाली इस पाठशाला के बच्चों का कहना है स्कूल से आने के बाद वह सीधे अंबेडकर पार्क ट्यूशन लेने चले जाते हैं. यहां उन्हें बहुत अच्छा लगता है. पढ़ाई में उन्हें काफी मदद मिलती है वे यहां आकर बेहद खुश हैं.

एक अभियान

क्या कहते हैं परिजन
वहीं लोहानीपुर स्लम एरिया और राजेंद्र नगर स्लम एरिया के बच्चों के परिजनों का कहना है कि हम पहले ट्यूशन में 400 रूपए देते थे, क्योंकी सरकारी स्कूल में पढ़ाई कहां होती है. वहीं, अब बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल रही है वो भी निशुल्क. उनका कहना है कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी बाते भी सीख रहे हैं. इससे वे बेहद खुश हैं.

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कितनी जरूरी बेहतर शिक्षा

अम्बेडकर पार्क में बच्चों को शिक्षा दे रहे ये युवा आज से नहीं बल्कि 2016 से इस कार्य मे लगे हुए हैं. बिना किसी निजी स्वार्थ के ये छात्र स्लम एरिया में रहने वाले बच्चो के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे हैं.

Intro:भागती दौड़ती इस जिंदगी में आज हर कोई अपने आप में मगन है लेकिन पटना कदम कुआं के रहने वाले कुछ ऐसे छात्र हैं जो समाज में शिक्षा को लेकर एक अलग जगा रहे हैं और चुपचाप स्लम बच्चों को शिक्षा देने के अभियान में लगे हुए है दरसल पटना के कदमकुआं क्षेत्र के लोहानीपुर स्थित अम्बेडकर पार्क में कुछ ऐसे युवा छात्र है जो स्लम एरिया में रहने वाले बच्चो को मुफ्त शिक्षा के साथ साथ व्यवहारिक संस्कार भी दे रहे है साथ ही साथ बच्चो में शिक्षा की अलख भी जगा रहे है और इस कक्षा में दर्जनों बच्चे शिक्षा के साथ संस्कार भी ग्रहण कर रहे है....और इस पार्क में शिक्षा ग्रहण करने पहुंच रहे छात्रों के परिजन भी काफी खुश है कि उनके बच्चों को यहां शिक्षा के साथ साथ संस्कार भी दिया जा रहा है....


Body:दरसल लोहानीपुर स्लम में रहने वाले बच्चो को ये युवा छात्र जो खुद एमटेक बीटेक के छात्र है शिक्षा देते है साथ ही साथ अपने पॉकेट मनी को बचाकर उन बच्चो की शिक्षा के लिए दरी और ब्लैक बोर्ड के साथ साथ कॉपी पेंसिल तक मुहैय्या करवाते है ,शिक्षा दे रहे छात्रों से जब हमारे संवाददाता ने बात की की आखिर वो लोग भी छात्र है कैसे समय निकाल कर वो लोग बच्चो को पढ़ाते है तो वहां पढ़ा रहे एक शिक्षक सह छात्र ने बताया कि वो लोग आजकल के आधुनिक दुनिया में मोबाइल इंटरनेट से दूर होकर कुछ समय निकालते है और उसी बचे समय मे वो बच्चो को पढ़ाते है....

वहीं इस कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों का कहना है स्कूल से आने के बाद वह सीधे अंबेडकर पार्क ट्यूशन लेने चले जाते हैं और इससे उन्हें काफी फायदे होते हैं उन्हें यहां शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिया जाता है जिससे उनके जीवन शैली में काफी बदलाव आ रहा है....


Conclusion:अम्बेडकर पार्क में बच्चो को शिक्षा दे रहे ये युवा यहां 2016 से इसी कार्य मे लगे हुए है और बिना किसी निजी स्वार्थ के ये छात्र स्लम एरिया में रहने वाले बच्चो के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे है ...

वहीं लोहानीपुर स्लम एरिया राजेंद्र नगर स्लम एरिया के बच्चे किस कक्षा में पढ़ने जाते हैं उनके परिजनों का कहना है अंबेडकर पार्क में चलने वाले कक्षा से उनके बच्चों को काफी फायदा होता है और खास करके अन्य जगह ट्यूशन पढ़ाने मैं उन्हें काफी पैसे देने पड़ते हैं पर यहां निशुल्क शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिया जाता है...
Last Updated : Apr 26, 2019, 9:42 PM IST
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