बक्सरः एक तरफ जहां उत्तर बिहार में बाढ़ से लाखों लोग परेशान हैं. वहीं दूसरी तरफ बक्सर में भी बाढ़ की आहट से जिला प्रशासन और गंगा दियारा इलाका में रहने वाले लोगों के कान खड़े हो गए हैं. केंद्रीय जल आयोग के कर्मियों से मिली जानकारी के अनुसार प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. फिलहाल जलस्तर चेतावनी बिंदु से 3 मीटर नीचे है.
साल 2016 और 19 में आई बाढ़ ने जिले में भारी तबाही मचाई थी. चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर प्रखंड में हजारों एकड़ में लगी धान और मक्के की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. कई गांव जलमग्न हो गए थे. हजारों लोग बक्सर-कोईलवर तटबंध पर गुजारा करने को मजबूर थे. एक बार फिर बढ़ रहे गंगा के जलस्तर के कारण स्थानीय लोगों में भय व्याप्त होने लगा है.
बाढ़ के साथ आती है भारी तबाही
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले 5 दिनों से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिसे देखते हुए बाढ़ का खतरा सताने लगा है. इस इलाके में बाढ़ जब भी आती है, फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर देती है. लोग दाने-दाने को मोहताज हो जाते है. उन्होंने कहा कि राहत की बात इतनी है कि फिलहाल ऐसी स्थिती नहीं है.
पूरी तरह तत्पर है जिला प्रशासन- डीएम
जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 3 मीटर और खतरे के निशान से 4 मीटर नीचे है. प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. राहत कैंप लगाने के लिए स्थानों को चिह्नित कर लिया गया है. जहां भी आपदा राहत शिविर लगाया जाएगा, उसके पास ही एक आइसोलेशन सेंटर का भी निर्माण किया जाएगा. बाढ़ पूर्व होने वाली तैयारियां पूरी कर ली गई है. किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है.
गौरतलब है कि बढ़ रहे गंगा के जलस्तर को देखते हुए केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारी लगतार इस पर नजर बनाए हुए हैं. एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने गंगा दियारा इलाके के सभी थानेदारों को अलर्ट कर दिए हैं.