बक्सर: जिले में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर तेज है. पहले चरण में ही जिले के चारों विधानसभा सीट पर 28 अक्टूबर को मतदान होगा, लेकिन अब तक किसी भी राजनीतिक पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. जिसके कारण पार्टी के कार्यकर्ता से लेकर मतदाता भी असमंजस की स्थिति में है.
क्या कहते हैं जदयू के नेता
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार बनाने के बाद पहले ही कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का घोषणा किया है. इसके बाद जेडीयू के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जिसके मां बाप दोनों मुख्यमंत्री हो और उसका बेटा मैट्रिक पास नहीं कर पाया.
इससे बड़ा देश के लिए क्या दुर्भाग्य होगा, जो लोग मैट्रिक पास नहीं कर पाए. वह दूसरे को नौकरी देने का झांसा दे रहे हैं, अच्छा तो यह होता कि नीतीश कुमार के राज्य में मुफ्त में शिक्षा दिया जा रहा है. तेजस्वी यादव स्कूल में एडमिशन कराकर कम से कम मैट्रिक पास कर लेते. जिससे उनको आवेदन करने की प्रक्रिया पता चल जाए.
143 सीट पर लड़ेंगे चुनाव
वहीं एनडीए में अब तक सीट बंटवारा नहीं होने से नाराज लोक जनशक्ति पार्टी के जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि आज नॉमिनेशन का दूसरा दिन है, लेकिन अब तक सीट बंटवारे पर कोई भी अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है. जिससे कार्यकर्ता भी असमंजस में है. 1 से 2 दिन के अंदर यदि सीट बटवारा नहीं होता है, तो हम बिहार के 143 सीट पर चुनाव लड़ेंगे.
28 अक्टूबर को होगा मतदान
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में ही बक्सर जिले के चारों विधानसभा सीट पर 28 अक्टूबर को मतदान होगा. जिसके लिए 1 अक्टूबर से लेकर 8 अक्टूबर तक नॉमिनेशन की तिथि निर्धारित की गई है. आज दूसरे दिन भी अब तक एक भी प्रत्याशी ने नॉमिनेशन नहीं किया है.