बक्सर: कृषि मंत्री सुधाकर सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के बीच चल रहे शह-मात के खेल पर केंद्रीय राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे (Union Minister Ashwini Kumar Choubey) ने चुटकी ली और कहा कि- ''चोरों के सरदार शैडो मुख्यमंत्री को कैबिनेट की बैठक में चुनौती दे रहा है, लोकतांत्रिक जीवन में ऐसा हमने नहीं देखा था. जो मुख्यमंत्री को ही कह दे हमारा नेता आप नहीं हो. आप हम लालू जी के कृपा पात्र हैं.''
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बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Agriculture Minister Sudhakar Singh) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच चल रहे खींचतान ने महागठबंधन के नेताओं को चिंता में डाल दिया है. जदयू के नेता इस पर चुप्पी साधकर राजद के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. वहीं राजद के नेता अपने सिपाही को किसी भी हाल में शहीद नहीं होने देना चाहते हैं. क्योंकि बिहार की पूरी जनता जानती है कि कृषि मंत्री ने जो कैमूर में बयान दिया है. वह शत प्रतिशत सही है. सरकार की कोई भी योजना जरूरत मंद किसानों के खेतों तक नहीं पहुँच रही है. ऐसे में महागठबंधन दलों के बीच चल रहे खींचतान पर अब विपक्ष ने भी चुटकी लेना शुरू कर दिया है.
'चोरों का सरदार नीतीश कुमार': कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के इस बयान पर भाजपा के कदावर नेता केन्द्रीय राज्य मन्त्री अश्वनी चौबे ने चुटकी लेते हुए कहा कि, बिहार के डमी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उनकी औकात उनके मंत्रिमंडल का कृषि मंत्री ही बता रहा है. आज तक कोई मंत्री खुद अपने आप को चोरों का सरदार कहे, हमने अपने राजनीतिक जीवन में अब तक नहीं सुना था, ये दुर्भाग्यपूर्ण हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आपके टोकने पर मन्त्री इस्तीफा देने की धमकी देता हैं. आप चुप इसलिए हैं कि कृषि मंत्री अपना नेता लालू प्रसाद जी को मानता है. आप के कुर्सी का रिमोट अब राजद सुप्रीमो लालू यादव के हाथ में है. आप चाहकर भी कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि वह आपको सोचने तक का मौका नहीं देंगे. आप बस जंगल राज का पोषक बने रहिए. असल में आप ही चोरों के सरदार हो.
''जिस प्रदेश का एक जिम्मेवार कृषि मंत्री खुद 'बिहार चावल घोटाला' (Bihar rice scam) में जेल गया हुआ मुजरिम हैं. उसे पहले कैबिनेट में कृषि मंत्री बनाकर दूध की रखवाली बिल्ली को दे दी जाती है. एक अपराधी को कानून मंत्री बना दिया जाता है. फिर विपक्ष के दबाव में उसे पद से हटाया जाता है. जो कृषि मंत्री खुद कहता हो कि हम चोरों का सरदार हैं, दुर्भाग्यपूर्ण हैं. नीतीश कुमार ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में रखकर अपने आप को मुख्यमंत्री कहते हैं. आप ही चोरों के सरदार हो.''- अश्विनी चौबे, केंद्रीय राज्य मंत्री
गौरतलब है कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अभी भी अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि मेरे मामले पर फैसला लेने का अधिकार केवल राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव को है. जिस दिन वह कह देंगे हम हंसते-हंसते अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि हम नहीं चाहते हैं कि जनता वादाखिलाफी का आरोप लगाकर मेरा भी चौक चौराहे पर पुतला जलाए.