बक्सर: केंद्रीय अश्विनी कुमार चौबे और एसडीएम के बीच हुए विवाद के बाद विपक्ष की तरफ से प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. बक्सर किला मैदान में हुए इस विवाद ने बयानबाजी का बाजार गर्म कर दिया है. वहीं, बक्सर से महागठबंधन उम्मीदवार जगदानंद सिंह ने अश्विनी चौबे की तरफदारी की है.
राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने अश्विनी चौबे का पक्ष लेते हुए कहा कि अगर भारत सरकार के मंत्री ने कुछ गलत किया था तो एसडीएम के पास सभी अधिकार थे. आचार संहिता मामले में उनपर आरोप लगाए जा सकते थे. लिहाजा, गाड़ी रोकना गलत है. एसडीएम की ये कार्रवाई गैर जिम्मेदाराना है.
निंदा करता हूं...
जगदानंद सिंह ने कहा कि भारत सरकार के मंत्री के साथ सिविल एसडीओ का यह बर्ताव अशोभनीय है. मंत्री से कोई लाभ नहीं मिलने के कारण द्वेष बस इस तरह का करवाई की गई है. हम इसकीनिंदा करते हैं.
ली गई थी परमिशन
वहीं, आचार संहिता उल्लंघन मामले का आरोप लगने के बाद बीजेपी के जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी के जारी लेटर को मीडिया के सामने रखा. जिसमें सुबह 6:00 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक का परमिशन की बात है.
एसडीओ को हटाने की मांग
इस पूरे मामले को लेकर बीजेपी जिला अध्यक्ष ने कहा कि सिविल एसडीओ बीजेपी के साथ बदले की भावना से काम कर रहे हैं. इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने के साथ ही इनको अभिलंब यहां से हटाने की मांग की जाएगी.
तेजस्वी ने तो बोला धावा
बक्सर में एसडीएम और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बीच हुआ विवाग अब राजनीति रंग लेने लगा है. इस पूरे मामले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक ओर जहां अश्विनी कुमार चौबे पर निशाना साधने में लगे हैं. वहीं, उन्हीं के पार्टी के नेता बक्सर से लोकसभा उम्मीदवार जगदानंद सिंह बीजेपी नेता और चिर प्रतिद्वंदी की तरफदारी कर रहे हैं.