बक्सर: जिले में कोरोना वायरस बेकाबू हो चुका है. दोनों अनुमंडल के नगर परिषद क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसा मोहल्ला होगा, जहां के लोग संक्रमित नहीं हुए हैं. शहरों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों की स्थिति काफी बेहतर है. वहां लोग सावधान भी हैं. लेकिन शहरी क्षेत्रों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण ने जिला प्रशासन के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है.
अब देर रात तक जिले के डीएम, एसपी सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में रिकार्डतोड़ वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा जिला मुख्यालय में कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया जा रहा है. साथ ही साथ 1 हजार से अधिक बेड का अतिरिक्त आइसोलेशन सेंटर भी तैयार किया जा रहा है.
जिलाधिकारी ने दिया सख्त निर्देश
कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जुटे जिला अधिकारी अमन समीर ने कंटेनमेंट जोन का दायरा बढ़ाने, आवश्यक सामानों की आपूर्ति करने, कंटेनमेंट जोन में जाकर वहां रह रहे लोगों से फीडबैक प्राप्त करने, अनुमंडल पदाधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत संक्रमित व्यक्तियों के बारे में पूरी जानकारी रखने का सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले को कार्रवाई से कोई नहीं बचा सकता है. इसलिए इस वैश्विक महामारी में सभी लोग अपने कर्तव्य का पालन पूरे जिम्मेवारी के साथ करें.
कोरोना जांच के लिए बनी है 14 टीम
वहीं सिविल सर्जन जितेंद्र नाथ ने कोरोना संक्रमण की स्थिति का जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना जांच के लिए जिले में कुल 14 टीम बनी हुई है. ट्रूनेट किट के अलावा एंटीजन किट से भी कोरोना जांच किया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट 45 मिनट में प्राप्त हो जा रहा है. लोगों से अपील है कि वह पैनिक और भयभीत न हों. इस वैश्विक महामारी का मुकाबला सावधान रहकर ही किया जा सकता है. सभी लोग घर से बाहर निकलते समय चेहरे पर मास्क और हाथों में सैनिटाइजर का प्रयोग करें. इस महामारी को रोकने का यही एक उपाय है.
अबतक 9 हजार 695 लोगों की कोरोना जांच
बक्सर जिले में अब तक 9 हजार 695 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है. जिसमें से 9 हजार 114 लोगों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हो हुई है. कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 684 है. अब तक ठीक होने के बाद 411 लोगों को घर भेज दिया गया है. जबकि 273 लोगों अब भी इलाजरत हैं। इस संक्रमण ने अब तक 2 लोगों की जान ले ली है.