बक्सरः राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से जारी आंकड़ों पर बिहार में राजनीति शुरू हो गई है. आंकड़ों पर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है. वहीं, सत्ता पक्ष के लोग आंकड़ों पर सवाल उठा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) एक दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे थे. जब उनसे राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (National Crime Records Bureau) द्वारा जारी आंकड़ों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने रिपोर्ट पर सवाल उठाया.
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मंगल पांडेय ने कहा, 'आंकड़े क्या कहते हैं इससे कोई मतलब नहीं है. बिहार की जनता सुकून में है. यह बात शहर से लेकर गांव तक के लोग कह रहे हैं. 2005 के पहले बिहार में जो शासन व्यवस्था चल रही थी, उसे आज तक लोग नहीं भूल पाए हैं. कैसे सूर्यास्त होते ही लोगों के घर का दरवाजा बंद हो जाता था. बच्चे स्कूल से घर लौटेंगे या नहीं इसका भय लोगों के मन में बैठा रहता था. बिहार की बेटियां घर से बाहर नहीं निकलती थीं.'
"पहले सत्ता संरक्षित अपराध होते थे. आज पूरे प्रदेश में खुशहाली है. लोग अपना काम धंधा कर रहे हैं. बेटियां खुली हवा में सांस ले रहीं हैं. हमारी सरकार को आंकड़ों से नहीं, बिहार की जनता से मतलब है. बिहार की जनता यह कह रही है कि चारों तरफ शांति है. जो लोग गड़बड़ कर रहे हैं उन्हें जेल भेजा जा रहा है."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री
मंगल पांडेय के बयान पर बक्सर सदर से कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तंज कसा. उन्होंने कहा, 'एनसीआरबी महागठबंधन के अंतर्गत नहीं, केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है. बीजेपी और जदयू के लोग अपनी नाकामी छिपाने के लिए कब तक लालू यादव को बदनाम करते रहेंगे. एनसीआरबी द्वारा जारी अपराध के आंकड़े बिहार को शर्मसार करने वाले हैं.'
"बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन का दावा करते हैं. उनके दावे की हकीकत सामने आ गई है. वह 15 साल से शासन कर रहे हैं, लेकिन जब बात अपराध की हो तो अपनी नाकामी छिपाने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का डर दिखाकर जनता को गुमराह करते हैं. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार देशभर में हत्या और अपहरण के मामले में बिहार दूसरे स्थान पर है."- संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, कांग्रेस विधायक
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