बक्सर: केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर पहुंचे. उन्होंने कैमूर और रोहतास जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी जांच वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान जिलाधिकारी अमन समीर के साथ स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे.
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2025 तक भारत होगा टीबी मुक्त
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि विश्व के कई देशों और डब्लूएचओ के माध्यम से 2030 तक पूरे विश्व को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. जिसे देखते हुए कई स्तर पर काम किया जा रहा है. इस कड़ी में संसदीय क्षेत्र के तीनों जिले में टीबी के मरीजों की पहचान और समुचित इलाज के लिए चलंत जांच वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश है कि बिहार में बक्सर सबसे पहले टीबी मुक्त जिला बने.
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वाहन में जांच की सभी सुविधाएं उपलब्ध
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि इस चलंत जांच वाहन में टीबी जांच से संबंधित सभी उपकरण उपलब्ध है. इस चलंत जांच वाहन में तैनात स्वास्थ्यकर्मी 1 मिनट के अंदर एक्सरे और 2 घंटे के अंदर थूक जांच कर टीबी से ग्रसित मरीजों की स्थिति का पता कर सकेंगे. जिससे उनका इलाज करना आसान हो जाएगा. यह वाहन 10 अप्रैल तक बक्सर संसदीय क्षेत्र में भ्रमण करती रहेगी.
2019 में भी किया गया था रवाना
बता दें कि इससे पहले भी 2019 के चुनाव से ठीक पहले मोबाइल मेडिकल वैन को हरी झंडी दिखाकर माननीय मंत्री ने रवाना किया था. जो अब तक लौटकर नहीं आई. साथ ही विभागीय अधिकारियों ने मामले में कोई जानकारी भी नहीं लिया.