बक्सर: प्रदेश में पिछले 2 सप्ताह के भीतर विदेश से आने वालों की संख्या में इजाफा (Increase in Number of People Coming from Abroad) हो रहा है. बक्सर में भी 59 लोग हाल ही में विदेश से आये हैं. स्वास्थ्य विभाग ऐसे लोगों को चिह्नित करके जांच करवा रहा है. बाहर से आये कुछ लोगों के पासपोर्ट का पता अलग है. जिससे विदेश यात्रा कर लौटे लोगों की कोरोना जांच कराना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनता जा रहा है. इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट किया है और हाल ही में विदेश यात्रा करने वाले यात्रियों की सूची (List of Travelers Traveling Abroad) भेजकर उनको चिह्निंत करने और जांच करने की बात कही है.
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बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक सप्ताह के अंदर दो बार राज्यों को ऐसे यात्रियों की सूची सौंपी है, जिन्होंने हाल के दिनों में विदेश यात्रा की है. पहली बार में प्रदेश के 117 लोगों की सूची सौंपी गई थी. वहीं, दूसरी बार 89 लोगों की सूची सौंपी गई है. जिन लोगों की सूची मिली है, उनकी कोरोना जांच कराना स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है. जिन लोगों का नाम इस सूची में है, उनमें से कई ऐसे हैं जिनके पासपोर्ट का पता अलग है. कई लोग काम की वजह से जिले से बाहर चले गए हैं.
इस बाबत सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया कि जिले में अभी तक कुल 59 लोगों के विदेश से आने की सूची प्राप्त हुई है. जिनमें से 30 लोगों की खोज करके आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया है और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. 29 की खोज नहीं हो पाई है क्योंकि इनमें से कुछ जिले से बाहर चले गये हैं तो कुछ का पासपोर्ट पर अंकित पता ही दूसरा है. जो बक्सर में नहीं मिले उन्हें ट्रेस किया जा रहा है और मोबाइल नंबर से संपर्क कर आरटीपीसीआर जांच कराने की अपील की जा रही है. सिविल सर्जन ने बताया कि एक बार फिर से गृह मंत्रालय की तरफ से 289 लोगों की सूची प्रदेश को मिली है. स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि सूची में शामिल लोगों में सभी की जांच हो.
उन्होंने कहा कि सभी से आरटीपीसीआर जांच कराने की अपील की जा रही है. वापस आये लोग जिस इलाके के रहने वाले हैं, वहां के संबंधित पदाधिकारी को भी उनकी सूचना दी जाएगी. उनसे अपील की जाएगी कि जांच रिपोर्ट आने तक अधिक लोगों के संपर्क में न रहें और खुद को आइसोलेट करें. अगर कोई पॉजिटिव मिलता है तो उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. व्यक्ति में अगर कोई लक्षण नहीं है तो उसे घर पर होम आइसोलेट किया जाएगा और शरीर में लक्षण है तो सदर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाएगा. दुनिया के अन्य देशों में जिस तरह कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron Variants of Corona) की संक्रामकता देखने को मिल रही है. ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भयावह हो सकती है. कोरोना के कहर से बचना सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी.
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