बक्सर: भोजपुर रियासत के एक मशहूर गांव के रूप में विख्यात डुमरांव (Dumraon) भले आज शहर बन चुका है, लेकिन यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. मशहूर शहनाई वादक भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां (Bismillah Khan) का जन्म 21 मार्च 1916 को इसी शहर में हुआ था. आज यह शहर नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया है.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर अपनी पीठ थपथपा लें, लेकिन डुमरांव में इस महत्वाकांक्षी योजना को सरकारी अधिकारी ही मुंह चिढ़ा रहे हैं. कागजों पर जल संचय के लिए नदी, नहर, आहर, तालाब, पोखर और कुआं का जीर्णोद्धार करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जिले के तमाम बड़े अधिकारियों के नाक के नीचे नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा जल स्रोतों में कूड़ा डंप कराया जा रहा है.
डुमरांव नगर परिषद के वार्ड सदस्य संतोष मिश्रा ने कहा, "नगर परिषद के अधिकारियों का कारनामा हैरान कर देने वाला है. एनजीटी (National Green Tribunal) द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि जल स्रोतों और घनी आबादी के 7 किलोमीटर के अंदर कहीं भी कूड़ा डंप नहीं किया जाएगा. यहां तो सरकारी अधिकारी ही इस निर्देश को नहीं मान रहे हैं. शहर के कूड़े को नदी, नहर और तालाब में डंप कराया जा रहा है."
"प्रदेश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए नीतीश कुमार द्वारा लोहिया स्वच्छता मिशन के तहत हर घर में शौचालय का निर्माण कराने के साथ भूमिहीनों के लिए सामुदायिक शौचालय बनवाया गया. हैरानी की बात है कि नगर परिषद के अधिकारियों ने काऊ नदी में ही सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराकर अपनी पीठ थपथपा ली."- संतोष मिश्रा, वार्ड सदस्य, डुमरांव
"शहर से कूड़े को हटाया जा रहा है. जहां भी नहर में नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा कूड़ा डंप कराया गया है. वहां से जेसीबी मशीन लगाकर कूड़े को दूसरे स्थान पर डंप कराने की व्यवस्था की गई है. एक सप्ताह के अंदर सभी जल स्रोतों से कूड़े को हटा लिया जाएगा."- हरेंद्र राम, अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरांव
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