बक्सर : कोरोना पार्ट- टू ने लोगों को ऑक्सीजन का महत्व बता दिया है. इसमें ज्यादातर लोगों की मौतें ऑक्सीजन के अभाव में हुई है. प्रकृति के साथ छेड़- छाड़ करने का नतीजा लोगों को भुगतना ही पड़ता है. ऐसे में आपदा की इस घड़ी में डुमरांव नगर के युवा कोरोना को मात दे चुके दर्जनों से अधिक लोगों के घरों में जाकर उन्हें पौधा भेंट कर ऑक्सीजन के लिए पर्यावरण का महत्व बता रहे हैं.
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युवाओं की अच्छी पहल
युवाओं ने तख्त पर लिखे "वृक्ष नहीं बचाएंगे तो ऑक्सीजन कहां से पाएंगे" स्लोगन के माध्यम से हाथ जोड़कर लोगों से अपील करते हुए पेड़ों की कटाई न करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पौधारोपण करने की अपील की है. अभियान का नेतृत्व कर रहे युवा समाजसेवी अजय राय ने बताया कि दिन-प्रतिदिन तेजी से हो रहे पेड़ों की कटाई का ही दुष्प्रभाव है कि इस तरह की आपदाएं आ रही हैं. यदि अभी भी लोग नहीं सम्भले तो आने वाले दिनों में इससे भी ज्यादा भयावह स्थिति उत्पन हो सकती है.
वहीं, उन्होंने बताया कि कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को उनके घरों में जाकर पौधा देने का मुख्य उद्देश्य यह है कि ऐसे लोग इस विषम परिस्थिति को झेल चुके हैं. इसलिए वे ऑक्सीजन के महत्व को भली-भांति समझते हैं. फलवरूप वे अन्य दूसरे लोगों को पर्यावरण के हित में पौधारोपण के लिए प्रेरित करेंगे. इससे समाज में तेजी से जागरूकता भी फैलेगी. इसके साथ ही अजय ने कहा की कोरोना अभी पूर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में उन्हें अभी सचेत रहने जरूरत है.