बक्सर: जिले के सदर अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां शुक्रवार रात एक प्रसव पीड़िता अस्पताल में भर्ती हुई. वह रातभर दर्द से तड़पती रही. शनिवार को जब उसका ऑपरेशन करने की बारी आई तो महिला चिकित्सक बीच में ड्यूटी छोड़ बैंक के काम से बाहर निकल गई. इसके बाद सीएस के कहने पर उपाधीक्षक ने महिला का ऑपरेशन किया.
सिविल सर्जन की नहीं सुनते डॉक्टर
सिविल सर्जन डॉ. उषा किरण वर्मा ने बताया कि अस्पताल के कोई भी चिकित्सक उनकी बात नहीं मानते हैं. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन छोड़कर जाने वाली डॉक्टर मेघा राय के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें आ चुकी हैं. इस बाबत राज्य स्वास्थ्य समिति और डीएम को पत्र लिखकर अवगत करा दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में उनसे जवाब तलब किया जाएगा.
ऑपरेशन छोड़ बैंक चली गईं डॉक्टर
चौसा निवासी सदर अस्पताल में डॉटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत नीतू कुमारी के पति प्रशांत कुमार ने बताया कि उन्होंने गर्भवती पत्नी को शुक्रवार की रात अस्पताल में भर्ती कराया. इस दौरान वह पूरी रात दर्द से कराहती रही. शनिवार सुबह बताया गया कि अस्पताल में एनेस्थीसिया के कोई चिकित्सक नहीं है. बाद में एनेस्थीसिया के चिकित्सक को बुलाया गया. इस बीच दिन के बारह बज चुके थे. इसी बीच ड्यूटी में कार्यरत चिकित्सक डॉ. मेघा राय मेरी पत्नी को यह कहते हुए छोड़ कर चली गई कि, उन्हें बैंक के कुछ जरूरी काम निपटाने हं. प्रशांत ने बताया कि वह महिला चिकित्सक के सामने मिन्नतें करते रहे. लेकिन, उन्होंने उनकी एक न सुनी और आराम से निकल गई. बता दें कि डॉ. मेघा सुबह 8:00 से 2:00 की ड्यूटी में कार्यरत थी लेकिन, वह बीच में ही ड्यूटी छोड़कर चली गई.