बक्सर: लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों से लौट रहे प्रवासी श्रमिकों और कामगारों ने प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है. प्रवासी श्रमिकों के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. ऐसे में उन्हें सुरक्षित क्वॉरेंटाइन करना भी जिला प्रशासन के लिए एक चुनौती है. वहीं सभी प्रवासी आगंतुकों को डिग्निटी कीट दिलाने के लिए जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर काम कर रहा है.
बता दें कि जिले के कुल 11 प्रखंडों में 242 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. इनमें लगभग 15,000 प्रवासी कामगार और मजदूर रह रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में इन प्रवासियों के आगमन में काफी तेजी आई है. इनके संख्या में बेतहाशा वृद्धि से जिला प्रशासन की भी चुनौतियां बढ़ गई है. इसके लिए जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर काम कर रहा है. लगभग 11,000 कामगार एवं मजदूरों को डिग्निटी कीट जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध करा दिया गया है. दावा है कि बांकी बचे लोगों को भी एक से दो दिनों के अंदर यह उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसके लिए जिला स्तर पर चौबीसों घंटे डिग्निटी कीट तैयार करने का कार्य तेजी से चल रहा है. इस कार्य हेतु सामानों के आपूर्तिकर्ता और श्रमिकों की संख्या भी बढ़ा दी गई है.
पूरी तत्परता से काम कर रहा जिला प्रशासन
सभी प्रवासी आगंतुकों को डिग्निटी किट उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन कृतसंकल्प है. बता दें कि जिले में अभी तक कुल 62 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है. इसमें 56 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं. अभी केवल छह ऐक्टिव कोरोना पॉजिटिव केस है. जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार के अनुसार अभी जिले से कुल 1,478 सैम्पल कोरोना जांच के लिए भेजा जा चुका है. इसमें 1,307 की रिपोर्ट आ गई है. 1,245 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं 171 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है.