बक्सरः लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटे राजनीतिक पार्टी के नेता सीटों का गणित बैठाना शुरू कर दिए हैं. महागठबन्धन में शामिल जदयू को छोड़कर राजद, कांग्रेस और माले ने बक्सर लोकसभा सीट पर दावेदारी पेश कर दी है. दो दिन पहले ही कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष के सम्मान समारोह के बहाने कांग्रेस अपना शक्ति प्रदर्शन कर चुकी है. जिसके बाद माले के डुमरांव विधायक ने भी बक्सर लोकसभा सीट पर पार्टी की दावेदारी पेश कर महागठबन्धन के गांठ को ढीला कर दिया है.
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बक्सर हमारे लिए प्रमुखः बुधवार को आज शहर के नगर भवन में भाकपा माले की ओर से सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें भाकपा के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड दीपांकर भट्टचार्या भी शामिल हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं को 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जी जान से लग जाने की मूलमंत्र देते हुए उनका उत्साह भी बढ़ाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बक्सर लाल झंडे का इलाका है. हम पहले दो बार लोकसभा का चुनाव यहां से जीत चुके हैं. हम यहां से चुनाव क्यों नहीं लड़ सकते हैं. जो सीटे हमे मिलनी ,है उसमें बक्सर भी हमारे लिए प्रमुख है.
"एक बात तो जरूर है कि बिहार में विधानसभा के चुनाव में 19 सीट हमें मिली थी, जिसमें 12 सीट पर हम जीते थे. लोग ये भी कह रहे थे कि माले को और सीट मिलती तो चुनाव का परिणाम कुछ और होता. हमलोग तो बहुत ज्यादा सीट मांगने वाले नहीं है, लेकिन जहां भी लड़ेंगे ढंग से लड़ेंगे. बक्सर लाल झंडे का इलाका है. डुमराव से हमारे विधायक हैं. मंजू जी दो दो बार विधायक रह चुकी हैं. तेजनारायण जी दो दो बार सांस रह चुके हैं." - दीपांकर भट्टचार्या, राष्ट्रीय महासचिव, भाकपा(L)
हमारी पार्टी पूरी ढंग से चुनाव लड़ेगीः राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि हमारी पार्टी जहां से भी चुनाव लड़ेगी पूरी ढंग से लड़ेगी. बक्सर लोकसभा क्षेत्र से हमारे पार्टी के नेता तेज नारायण सिंह पहले भी दो बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं. जबकि कामरेड मंजू प्रकाश दो बार यहां से विधायक रह चुकी हैं. डुमराव विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान में हमारे पार्टी के विधायक अजीत कुमार सिंह हैं फिर बक्सर लोकसभा क्षेत्र से हमारी पार्टी चुनाव क्यों नहीं लड़ सकती है. महागठबन्धन में हमारे हिस्से का जो भी सीट है, उसमें बक्सर सबसे प्रमुख होगा.
आफत काल को खत्म करना हैः इधर महागठबंधन से जीतन राम मांझी के अलग होने को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बड़ी पार्टी हो या छोटी पार्टी हो, सबके लिए जगह है. लोकतंत्र का मतबल ही है, मल्टी पार्टी सिस्टम. जनता के समर्थन से सभी पार्टियों के पास ताकत है. इसके बाद दीपांकर ने BJP पर निशाना साधा. कहा कि वे कहते हैं कि देश में अमृतकाल है, लेकिन लोग कह रहे हैं कि देश में आफतकाल है. देश को महागठबंधन की जरूत है. इसकी शुरुआत बिहार से हो चुकी है.
"लोकतंत्र का मतबल ही है, मल्टी पार्टी सिस्टम. उसमें बड़ी पार्टी हो या छोटी पार्टी सबके लिए जगह है. जनता का समर्थन है तो सभी पार्टियों के पास ताकत है. देश में मोदी जी और अमित शाह जी का जो अत्याचार है, हमलोग उसके खिलाफ लड़ रहे हैं. चुनाव होने दीजिए, जब समय आएगा तो देश में निश्चित तौर पर नई सरकार बनेगी. नए प्रधानमंत्री बनेंगे. ये कह रहे हैं अमृतकाल लेकिन लोग कह रहे हैं कि देश में आफतकाल आ गया है. देश को महागठबंधन की जरूरत है. इसका सफल प्रयोग बिहार से हो चुका है." - दीपांकर भट्टचार्या, राष्ट्रीय महासचिव, भाकपा(L)