बक्सर: हाल ही में जिले में हुए दो चर्चित हत्याकांड की आग अभी बुझी भी न थी की कुख्यात अपराधी संतोष पासवान के नाम पर आंगनबाड़ी सेविका से 7 लाख की रंगदारी मांगने का नया मामला सामने आया है. पत्र से रंगदारी की मांग के बाद आंगनबाड़ी सेविका का पूरा परिवार डरा सहमा है. वहीं, नगर थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गई है.
मामला नगर थाना क्षेत्र के गोपाल नगर चकिया का है. यहां रहने वाली आंगनबाड़ी सेविका रंजना देवी को एक डाक के माध्यम से एक पत्र मिला. इस पत्र के मुताबिक रंगदारी मांगने वाले कुख्यात अपराधी ने लिखा है कि अगर 30 सितंबर की शाम 6 बजे तक केदारनाथ कॉलेज धनसोई, बक्सर रोड पर 7 लाख रुपये लेकर नहीं आए, तो उनके बेटे की हत्या कर, बेटी का अपहरण कर लिया जाएगा.
दर्ज की गई एफआईआर
इस पत्र के बाद से आंगनबाड़ी सेविका का पूरा परिवार डरा सहमा है. वहीं, बच्चे घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं. डरे-सहमे परिवार ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. हालांकि, थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी गई है. मामले की जनकारी देते हुए बक्सर पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस करवाई करने में जुट गई है. जल्द ही इस उद्भेदन कर दोषी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
डीजीपी के होम टाउन में बढ़ता क्राइम ग्राफ
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के गृह जिले में अपराधियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. हाल ही में 7 अगस्त को डुमराव के टेक्सटाइल कॉलोनी में रिटायर्ड सेना के जवान गजेंद्र तिवारी के पुत्र के अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी. इस घटना चंद दिनों बाद ही व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता चितरंजन सिंह की कोर्ट कैम्पस के पास ही गोली मारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया. इसके बाद अब आंगनबाड़ी सेविका से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है.