बक्सर : 15 जून से जिले में मानसून के संभावित आगमन को देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग (Flood Control Department) अपनी तैयारी में जुट चुका है. वहीं, बाढ़ के दौरान राहत व बचाव कार्य में तैनात होने वाले सभी अधिकारियों और कर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाने की भी तैयारी की जा रही है.
इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार की तरफ से जिलाधिकारी और सिविल सर्जन को पत्र जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि 15 जून से पहले राहत बचाव कार्य में लगने वाले अधिकारियों और कर्मियों को वैक्सीन देने की व्यवस्था की जाए.
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इन विभागों के कर्मियों को लगेंगे दोनों डोज
पत्र के अनुसार बाढ़ के दौरान तैनात होने वाले सभी विभागों में पदस्थापित या कार्यरत पदाधिकारी व कर्मियों को कोविड-19 टीके की दोनों डोज देना सुनिश्चित किया जाएगा. पत्र में बताया गया है कि बिजली विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, लघु सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, नलकूप विभाग, पुलिस विभाग, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग, पशुपालन विभाग, शिक्षा विभाग, बाढ़ नियंत्रण विभाग, जल संसाधन विभाग, सभी प्रखंड व अंचल कार्यालयों के कर्मी, जीविका दीदियां, पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधि, प्रशिक्षित गोताखोर, पंजीकृत नाविक व राष्ट्रीय राजमार्ग में कार्य कर रहे कर्मी बाढ़ के दौरान सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं. जिन्हें कोविड-19 टीकाकरण के लिए फ्रंट लाइन वर्कर के रूप नामित करते हुए उनका कोविड-19 टीकाकरण कराया जाने बहुत जरूरी है.
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विशेष सत्र आयोजित कर दिया जाएगा टीका
बाढ़ नियंत्रण के लिए कार्यरत विभागों के पदाधिकारी व कर्मियों को उम्र के हिसाब से टीका दिया जाएगा. जिन अधिकारियों व कर्मियों का उम्र 18 से 44 वर्ष के बीच हैं, वैसे लाभार्थियों का राज्य संसाधन से उपलब्ध कराये जा रहे कोरोना का टीका दिया जाएगा.
वहीं जिनकी उम्र 45 वर्ष या इससे अधिक है, उन लाभार्थियों का भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा टीका दिया जाएगा. इसके लिए उनके कार्यस्थल पर विशेष सत्र आयोजित कर कोविड-19 टीकाकरण करवाया जाएगा.