बक्सरः जिले का सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल सदर अस्पताल लोगों के इलाज के लिए नाकाफी साबित हो रहा है. यहां आ कर भी लोगों की परेशानी खत्म नहीं हो रही है. दूर दराज से इलाज कराने यहां आ रहे लोगों को निजी अस्पतालों का रास्ता दिखा दिया जाता है.
अपने परिजन की डिलीवरी कराने पहुंचे रविकांत ओझा ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को निजी क्लिनिक में जाने को कहा जाता है. यहां के ज्यादातर डॉक्टर निजी क्लिनिक चलाते हैं. उन्होंने बताया कि जांच तक अस्पताल में नहीं कराया जाता है. बाहर से जांच कराने की सलाह दी जाती है.
जांच के लिए नहीं भेजते डॉक्टर
सदर अस्पताल के अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन ने बताया कि यहांं अच्छी क्वालिटी की अल्ट्रासाउंड मशीन है, जो बिल्कुल नया और आधुनिक तकनीक पर आधारित है. उसके बाद भी पता नहीं क्यों यहां डॉक्टर एक भी मरीज को नहीं भेजते हैं.
वहीं, सदर अस्पताल के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट अनिल कुमार ने कहा कि यहां अल्ट्रासाउंड मशीन सहित अन्य उपकरण मौजूद हैं. जिसका इस्तेमाल किसी भी मरीज के लिए किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी.