बक्सर: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के आधा दर्जन से अधिक पूर्व जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में सैकड़ों सक्रिय कार्यकर्ताओं ने अपने ही पार्टी के स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक सांसद के खिलाफ पार्टी के नेता प्रदर्शन कर रहे हैं. मुर्दाबाद के नारे लगा रहे है, जिससे पार्टी के नेता दो टुकड़ों में बंट गए हैं. विरोध करने वाले नेताओं की तादाद ज्यादा होने के कारण पार्टी के नेताओं ने अब उन कार्यकर्ताओ पर दबाव बनाने के लिए स्पष्टीकरण की मांग शुरू कर दी है, जिसके बाद विरोध की आवाज बुलंद होने लगी है.
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स्पष्टीकरण में 10 दिन का दिया गया समय: बीजेपी की अनुशासन समिति के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह ने बक्सर के पूर्व जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और माधुरी कुंवर को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण मांगा है. आरोप है कि इनलोगों ने भारतीय जनता पार्टी जिला बक्सर संगठन के समानांतर बैठक आयोजित कर संगठन और सांसद के खिलाफ नारेबाजी की है. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के माध्यम से अनर्गल आरोप लगाया है. पार्टी विरोधी बयान भी दिया है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है. जो दल विरोधी और घोर अनुशासनहीनता के दायरे में आता है. विनय सिंह अध्यक्ष (अनुशासन समिति) दोनों पूर्व जिलाध्यक्षों से 10 दिनों के अंदर प्रदेश कार्यालय में उपस्थित होकर लिखित स्पष्टीकरण की मांग की है कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.
अश्विनी चौबे के खिलाफ नारेबाजी: आपको याद दिलाएं कि 25 मई को भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता ने स्थानीय सांसद के खिलाफ ही नारेबाजी शुरू कर दी. सोशल मीडिया पर पैसे की उगाही से लेकर कई तरह के ऑडियो पोस्ट किए जा रहे हैं, जिससे पार्टी पूरी तरह से बिखर गई है. विरोध करने वाले नेताओं ने दो टूक में कह दिया है कि सांसद का टिकट पार्टी ने नहीं काटा तो ईंट से ईंट बज जाएगा.