बक्सरः पिछले 15 दिनों से लगतार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर पर ब्रेक लग गया है. जिससे जिला वासियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है. जिले के 5 प्रखंडों की 25 पंचायतों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार देर शाम से ही गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है. 3 घंटे में 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर नीचे की ओर खिसक रहा है.
अलर्ट पर थे प्रशासनिक अधिकारी
जिले से होकर गुजरने वाली गंगा की रौद्र रूप को देखते हुए प्रशासन ने नाव और वोट की परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी. बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए 5 प्रखंडों की 25 पंचायतो पर विशेष नजर रखी जा रही थी. साथ ही बक्सर-कोइलवर तटबंध पर भी पेट्रोलिंग तेज कर दी गई थी. हालांकि शनिवार को गंगा के बढ़ते जलस्तर पर ब्रेक लगने के बाद लोगो ने राहत की सांस ली है.
क्या कहते है अधिकारी
बक्सर में गंगा की जलस्तर की स्थिति की जानकारी देते हुए केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी मोहम्मद अजीम ने बताया कि देर शाम से ही 3 सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा की जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है. जिससे बाढ़ की संभावना फिलहाल टल गई है.
इस साल चेतावनी बिंदु तक नहीं पहुंची गंगा
गौरतलब है कि जिले में बाढ़ से चौसा, बक्सर, सिमरी, चक्की और ब्रह्मपुर प्रखंड की 25 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित होती है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन के अधिकारी पहले से अलर्ट पर थे. राहत की बात यह कि गांगा का जलस्तर अभी तक चेतावनी बिंदु को भी टच नहीं कर पाया है.