बक्सर: जिले में कम बारिश होने से सुखाड़ का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में बक्सर कृषि विभाग पूरी तरह से अलर्ट दिखाई पड़ रहा है. विभाग ने सरकार को सूखे से निपटने के लिए कन्टीजेन्सी प्लान तैयार कर भेजा है. उन्होंने कहा कि अगर 10 जुलाई तक जिले में वर्षा नहीं हुई तो धान की रोपनी नहीं हो पाएगी.
आसमान में निगाहें गड़ाए किसान
मालूम हो कि जिले में जुलाई 2018 से लेकर अबतक बहुत ही कम बारिश हुई है. जिस कारण पूरा इलाका मरुभूमि में तब्दील हो गया है. किसान नलकूप के सहारे खरीफ फसल का बिचड़ा तैयार कर आसमान की तरफ नजरे गड़ाए हुए हैं. लेकिन, ना तो अभी तक अच्छी बारिश हुई है और ना ही नहरों में पानी आया है. ऐसे में किसान काफी निराश दिख रहे हैं.
विषम परिस्थिति के लिए तैयार प्लान
इस मामले को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णा नंद चक्रवर्ती ने बताया कि जिले के 95 प्रतिशत किसानों ने अपना बिचड़ा तैयार कर लिया है. लेकिन, पानी के अभाव में मात्र 3 प्रतिशत ही धान की रोपनी हो पाई है. वर्तमान स्थिति को देखते हुए कृषि विभाग ने सूखे से निपटने के लिए कन्टीजेन्सी प्लान तैयार किया है. विभाग ने इसे सरकार को भी भेज दिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर 10 जुलाई तक अच्छी बारिश नहीं हुई तो, सूखे के मौसम में पैदा होने वाली फसलें प्रखण्ड के अनुसार किसानों को मुहैया कराई जाएगी.