औरंगाबाद: कहते हैं प्यार अंधा होता है. यह कहावत बिहार के औरंगाबाद में चरितार्थ हो गई है. अक्सर मोहब्बत में आंखें चार होती है. लेकिन यहां एक नेत्रहीन युवक को नेत्रहीन लड़की से प्यार हो (love in aurangabad) गया. दोनों की गोह प्रखंड के ऐतिहासिक व देवकुंड बाबा दुधेश्वर नाथ मंदिर में हुई अनोखी शादी की चर्चा लोगों का दिल जीत रही है.
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ब्रेललिपि स्कूल में हुई दोस्ती: दरअसल दोनों के बीच के प्यार की कहानी काफी रोचक है. हसपुरा थाना क्षेत्र के शरदवन गांव के रहने वाले श्रीराम राम ने 4 वर्ष पूर्व अपने 21 वर्षीय पुत्र अमरजीत कुमार को गया जिले के चाकन्द ब्रेललिपि स्कूल में पढ़ने भेजा था. वहीं जहानाबाद जिले के एरकी गांव निवासी बलदेव राम की 18 वर्षीय पुत्री सुषमा कुमारी भी पढ़ने गई थी.
घरवालों को राजी कर रचाई शादी: दोनों की ब्रेललिपि स्कूल में दोस्ती हुई. धीरे-धीरे प्यार का अहसास परवान पर चढ़ने लगा. दोस्ती गहरे प्रेम का रूप ले लिया. इसके बाद युवक-युवती ने अपने-अपने घरवालों को राजी कर शादी कर ली. यहीं नहीं दोनों के बीच बीते 4 साल से चला आ रहा प्रेम संबन्ध को सुखद मोड़ भी मिल गया.
"चार वर्ष पूर्व गया जिले के रहिम बिगहा स्थित चाकंद ब्लाइंड स्कूल में ब्रेल लिपि से पढ़ाई करते थे. उसी दौरान सुषमा से मुलाकात हुई. धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई. दोनों के बीच प्यार में कोई कमी नहीं आई." -अमरजीत कुमार, दूल्हा
"एक साल पहले दोस्ती हुई थी. दोनों के बीच प्यार हो गया. पहले तो लगा कि शादी नहीं हो पायेगी. लेकिन परिजनों के सहयोग से हमलोगों की शादी हो गई." - सुषमा कुमारी, दुल्हन
शादी की हो रही चर्चा: सुषमा कुमारी के माता-पिता व घर परिवार के सदस्यों ने मुखर होकर दोनों जोड़ियों के विवाह का समर्थन किया. गांव समाज के लोगों ने भी दोनों पक्षों के परिजनों को हौसला बढ़ाया. शादी के मौके पर दोनों के परिजन और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे.