औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद (Aurangabad) जिले के मदनपुर प्रखंड अंतर्गत खिरियावां पंचायत के शहीद बिगहा गांव में एक 12 वर्षी बच्ची की मौत डायरिया से (Child dies of Diarrhea) हो गई. उसकी पहचान सुनैना कुमारी (12) के रूप में हुई है. नाथू बीघा के रोशन कुमार की भी डायरिया से मौत हो गई है. रामबरत रिकीयासन भी इससे प्रभावित हैं, उनका इलाज चल रहा है. यहां डायरिया के प्रकोप से कई परिवारों के दर्जनों लोग पीड़ित हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ये भी पढ़ें: हाईकोर्ट ने औरंगाबाद के जिला जज कृष्ण मुरारी शरण को निलंबित किया
मदनपुर सीएचसी की एक मेडिकल टीम गांव में पहुंचकर डायरिया से संक्रमित लोगों का इलाज कर रही है. डायरिया से अधिक संक्रमित लोगों को खिरियावां चंडीस्थान औरंगाबाद और गया में भर्ती कराया गया है. प्रभावित गांव में कोल्हुआ शहीद बिगहा चिकनिया टांड के 30 से 35 लोग डायरिया से पीड़ित हैं.
रफीगंज विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिंह ने इसे लेकर सदर अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि सिविल सर्जन से जब इस संबंध में बात करने की कोशिश की गयी तो उनका फोन स्विच ऑफ है. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पोल खुलती हुई दिख रही है. एक ओर मदनपुर प्रखंड के खिरियावां पंचायत के 3 गांव डायरिया से प्रभावित हैं. वहां पर शिविर लगाकर लोगों को इलाज करने की जरूरत थी.
ये भी पढ़ें: औरंगाबाद में शॉर्ट सर्किट से कपड़ा दुकान में लगी भीषण आग, लाखों का हुआ नुकसान
उन्होंने कहा कि वहां चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह नदारद है. प्रमोद सिंह ने कहा कि जिन लोगों की डायरिया से मौत हुई है, उनके परिजनों को आपदा राहत राशि के तहत मुआवजा उपलब्ध कराया जाए. सदर अस्पताल में अगर स्वास्थ्य व्यवस्था ऐसी ही रही तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा. प्रमोद सिंह ने कहा कि अस्पताल के बेड पर डायरिया का मरीज पड़ा हुआ है. वहीं पर बगल में खुले में खाना रख दिया गया है. यहां न तो चादर की व्यवस्था है न ही बेडशीट है. साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.
ये भी पढ़ें: मुर्गा-भात की दावत रख बुरे फंसे मुखिया प्रत्याशी, ऐन मौके पर पहुंच गई पुलिस