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29 साल के बाद जब विदा हुए प्रधानाध्यापक, फूट-फूट कर रोई छात्राएं - ईटीवी भारत न्यूज

शिक्षक की नौकरी करने के बजाय शिक्षक बनने का प्रयास करें. यह बातें कहने वाले जिले के बारुण प्रखंड के मध्य विद्यालय धनौती के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार यादव सेवानिवृत हो गए. सेवानिवृत्ति के बाद हुई उनकी विदाई समारोह में सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे. यहां उन्हें विधिवत समारोह का आयोजन कर विदाई दी गई. इस विदाई समारोह में माहौल इतना इमोशनल हो गया कि छात्र-छात्राएं रोने लगे.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 31, 2023, 5:43 PM IST

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में बारुण प्रखंड क्षेत्र के गठौली पंचायत स्थित राजकीय मध्य विद्यालय धनौती धरमपुरा में प्रधानध्यापक के पद पर कार्यरत अरुण कुमार यादव सेवानिवृत्त हो गए. शनिवार को उनका विदाई सह सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसकी अध्यक्षता बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य कार्यकरणी के सदस्य हजारी सिंह व संचालन शिक्षक प्रशांत प्रियदर्शी ने किया.

29 वर्ष तक बतौर शिक्षक किया काम : इस कार्यक्रम के दौरान कई मुख्य अतिथियों ने अपने सम्बोधन में शिक्षा पर विशेष प्रकाश डाला. साथ ही सेवानिवृत प्रधानाध्यापक अरुण कुमार यादव की कार्यशैली के बारे में भी बताया. अतिथियों ने बताया कि अरुण यादव अनुशासनप्रिय और अपने कार्यों के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने विज्ञान के शिक्षक के तौर पर लगभग 29 वर्षों तक कार्य किया. इस दौरान वे हजारों बच्चों को विज्ञान शिक्षा से रूबरू कराया. उन्होंने न सिर्फ अपने विद्यालय के बल्कि अन्य बच्चों को भी अपने खाली समय में मुफ्त ट्यूशन दिए.

बीपीएससी शिक्षक के रूप में हुए थे बहाल : अरुण यादव पहले बीपीएससी शिक्षक थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 1994 में ली गई भर्ती परीक्षा में वे चयनित हुए थे. उस वर्ष वे उनकी पत्नी और उनके भाई भी शिक्षक के तौर पर चयनित हुए थे. सर्वप्रथम वे औरंगाबाद जिले के प्राथमिक विद्यालय एगहारा नवीनगर, राजकीय मध्य विद्यालय नवीनगर फिर अंत तक राजकीय मध्य विद्यालय धनौती में कार्यरत रहे. इस दौरान उन्हें बारुण प्रखंड के बेहतर प्रधानाध्यापक के प्रमाण पत्र से भी नवाजा गया.

माहौल हो गया गमगीन : इस समारोह के सम्बोधन के दौरान अरुण यादव ने अपने सहकर्मियों व नवनियुक्त शिक्षकों को कहा कि सिर्फ शिक्षक की नौकरी नहीं करनी चाहिए बल्कि शिक्षक बनने का प्रयास करनी चाहिए.विदाई समारोह के मंच पर विदाई गीत गा रही छात्राएं गीत गाते गाते अचानक रोने लगी. उनको रोता देख आसपास खड़े दर्जनों छात्र-छात्राएं भी सेवानिवृत शिक्षक अरुण कुमार यादव के समीप जाकर रोने लगे. इस दौरान स्थिति ऐसी बन गई कि वहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू आ गए.

कार्यक्रम के दौरान डिस्ट्रिक्ट कोर्ट औरंगाबाद के अधिवक्ता जगनारायण सिंह, सेवानिवृत शिक्षक बद्री नारायण सिंह, दामोदर दास गुप्ता, प्रधानध्यापक अजय कुमार सिंह, शिक्षक अभिषेक कुमार उर्फ बाबुधन, श्याम बिहारी सिंह, छठु सिंह, रामप्रताप भारती, डीपीओ रोहतास विवेक कुमार, अजित कुमार सिंह, गणेश शर्मा, बिजेंद्र कुमार, अनिल कुमार, संजय कुमार सिंह, भृगुनाथ प्रसाद,बबन प्रसाद, बृजमोहन सिंह,शोभा कुमारी,दीपक कुमार सहित अन्य कई लोग मौजूद रहेत.

ये भी पढ़ें : 'हम लोगों को छोड़ मत जाइए सर', शिक्षक के विदाई समारोह में फफक-फफक कर रो पड़ीं छात्राएं, 13 बेहोश

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में बारुण प्रखंड क्षेत्र के गठौली पंचायत स्थित राजकीय मध्य विद्यालय धनौती धरमपुरा में प्रधानध्यापक के पद पर कार्यरत अरुण कुमार यादव सेवानिवृत्त हो गए. शनिवार को उनका विदाई सह सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसकी अध्यक्षता बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य कार्यकरणी के सदस्य हजारी सिंह व संचालन शिक्षक प्रशांत प्रियदर्शी ने किया.

29 वर्ष तक बतौर शिक्षक किया काम : इस कार्यक्रम के दौरान कई मुख्य अतिथियों ने अपने सम्बोधन में शिक्षा पर विशेष प्रकाश डाला. साथ ही सेवानिवृत प्रधानाध्यापक अरुण कुमार यादव की कार्यशैली के बारे में भी बताया. अतिथियों ने बताया कि अरुण यादव अनुशासनप्रिय और अपने कार्यों के प्रति संवेदनशील थे. उन्होंने विज्ञान के शिक्षक के तौर पर लगभग 29 वर्षों तक कार्य किया. इस दौरान वे हजारों बच्चों को विज्ञान शिक्षा से रूबरू कराया. उन्होंने न सिर्फ अपने विद्यालय के बल्कि अन्य बच्चों को भी अपने खाली समय में मुफ्त ट्यूशन दिए.

बीपीएससी शिक्षक के रूप में हुए थे बहाल : अरुण यादव पहले बीपीएससी शिक्षक थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा 1994 में ली गई भर्ती परीक्षा में वे चयनित हुए थे. उस वर्ष वे उनकी पत्नी और उनके भाई भी शिक्षक के तौर पर चयनित हुए थे. सर्वप्रथम वे औरंगाबाद जिले के प्राथमिक विद्यालय एगहारा नवीनगर, राजकीय मध्य विद्यालय नवीनगर फिर अंत तक राजकीय मध्य विद्यालय धनौती में कार्यरत रहे. इस दौरान उन्हें बारुण प्रखंड के बेहतर प्रधानाध्यापक के प्रमाण पत्र से भी नवाजा गया.

माहौल हो गया गमगीन : इस समारोह के सम्बोधन के दौरान अरुण यादव ने अपने सहकर्मियों व नवनियुक्त शिक्षकों को कहा कि सिर्फ शिक्षक की नौकरी नहीं करनी चाहिए बल्कि शिक्षक बनने का प्रयास करनी चाहिए.विदाई समारोह के मंच पर विदाई गीत गा रही छात्राएं गीत गाते गाते अचानक रोने लगी. उनको रोता देख आसपास खड़े दर्जनों छात्र-छात्राएं भी सेवानिवृत शिक्षक अरुण कुमार यादव के समीप जाकर रोने लगे. इस दौरान स्थिति ऐसी बन गई कि वहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू आ गए.

कार्यक्रम के दौरान डिस्ट्रिक्ट कोर्ट औरंगाबाद के अधिवक्ता जगनारायण सिंह, सेवानिवृत शिक्षक बद्री नारायण सिंह, दामोदर दास गुप्ता, प्रधानध्यापक अजय कुमार सिंह, शिक्षक अभिषेक कुमार उर्फ बाबुधन, श्याम बिहारी सिंह, छठु सिंह, रामप्रताप भारती, डीपीओ रोहतास विवेक कुमार, अजित कुमार सिंह, गणेश शर्मा, बिजेंद्र कुमार, अनिल कुमार, संजय कुमार सिंह, भृगुनाथ प्रसाद,बबन प्रसाद, बृजमोहन सिंह,शोभा कुमारी,दीपक कुमार सहित अन्य कई लोग मौजूद रहेत.

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