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लालू की किताब पर रामविलास का खुलासा- पहली बार भी लालू को CM बनाने में नहीं किया था समर्थन - RAMVILAS PASWAN

रामविलास पासवान ने लालू की किताब के कई प्रसंगों का विरोध किया है. उन्होंने कभी भी लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री बनने का समर्थन नहीं किया था. वह रामसुंदर दास के पक्ष में थे.

रामविलास पासवान, लोजपा सुप्रीमो
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Published : Apr 7, 2019, 11:44 PM IST

Updated : Apr 7, 2019, 11:52 PM IST

औरंगाबाद: लालू यादव की नई किताब 'गोपालगंज टू रायसीना: माई पॉलिटिकल जर्नी' पर सियासत जारी है. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने नए बयान से नई चर्चाओं को हवा दे दी है. पासवान ने कहा कि उन्होंने कभी भी लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री बनने का समर्थन नहीं किया था. वह रामसुंदर दास के पक्ष में थे.

किताब के कई प्रसंगों का विरोध
रामविलास पासवान ने औरंगाबाद के कुटुंबा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लालू की किताब के कई प्रसंगों का विरोध किया. केंद्रीय मंत्री ने लालू यादव की किताब के उस तथ्य को गलत करार दिया है जिसमें लालू ने कहा है कि उन्होंने वीपी सिंह से मिलकर मंडल कमीशन को लागू करवाया था.

वीपी सिंह लालू को पसंद भी नहीं करते
लोजपा प्रमुख ने कहा कि तत्कालीन पीएम वीपी सिंह लालू को पसंद भी नहीं करते थे और मुख्यमंत्री बनाने पर उनसे राय मांगी थी. जिसपर रामविलास पासवान ने रामसुंदर दास को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह दी थी. लेकिन उसके बाद देवीलाल ने लालू यादव को जोड़-तोड़ से बिहार का मुख्यमंत्री बनवाया.

शुरू नहीं होता लालू का अध्याय
लोजपा सुप्रीमो ने यहां तक कहा कि रघुनाथ झा बीच में अगर मुख्यमंत्री के लिए पार्टी के विधायकों के बीच जनमत का चुनाव नहीं लड़ते तो राम सुंदर दास का मुख्यमंत्री बनना तय था और फिर लालू यादव का अध्याय बिहार में शुरू नहीं होता.

रामविलास ने लागू किया मंडल कमीशन
लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा कि उन्होंने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह से मिलकर मंडल कमीशन लागू करने का दबाव बनाया था. इसमें लालू यादव का कोई योगदान नहीं है. रामविलास पासवान ने दावा किया कि दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़ा वर्ग के असली नेता वे ही हैं.

औरंगाबाद: लालू यादव की नई किताब 'गोपालगंज टू रायसीना: माई पॉलिटिकल जर्नी' पर सियासत जारी है. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने नए बयान से नई चर्चाओं को हवा दे दी है. पासवान ने कहा कि उन्होंने कभी भी लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री बनने का समर्थन नहीं किया था. वह रामसुंदर दास के पक्ष में थे.

किताब के कई प्रसंगों का विरोध
रामविलास पासवान ने औरंगाबाद के कुटुंबा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लालू की किताब के कई प्रसंगों का विरोध किया. केंद्रीय मंत्री ने लालू यादव की किताब के उस तथ्य को गलत करार दिया है जिसमें लालू ने कहा है कि उन्होंने वीपी सिंह से मिलकर मंडल कमीशन को लागू करवाया था.

वीपी सिंह लालू को पसंद भी नहीं करते
लोजपा प्रमुख ने कहा कि तत्कालीन पीएम वीपी सिंह लालू को पसंद भी नहीं करते थे और मुख्यमंत्री बनाने पर उनसे राय मांगी थी. जिसपर रामविलास पासवान ने रामसुंदर दास को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह दी थी. लेकिन उसके बाद देवीलाल ने लालू यादव को जोड़-तोड़ से बिहार का मुख्यमंत्री बनवाया.

शुरू नहीं होता लालू का अध्याय
लोजपा सुप्रीमो ने यहां तक कहा कि रघुनाथ झा बीच में अगर मुख्यमंत्री के लिए पार्टी के विधायकों के बीच जनमत का चुनाव नहीं लड़ते तो राम सुंदर दास का मुख्यमंत्री बनना तय था और फिर लालू यादव का अध्याय बिहार में शुरू नहीं होता.

रामविलास ने लागू किया मंडल कमीशन
लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा कि उन्होंने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह से मिलकर मंडल कमीशन लागू करने का दबाव बनाया था. इसमें लालू यादव का कोई योगदान नहीं है. रामविलास पासवान ने दावा किया कि दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़ा वर्ग के असली नेता वे ही हैं.

Intro:औरंगाबाद- लालू यादव द्वारा लिखित नई पुस्तक गोपालगंज टू रायसीना माई पॉलिटिकल जर्नी में छपे कई प्रसंगों पर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने सवाल उठाकर बवाल खड़ा कर दिया है। रामविलास पासवान ने औरंगाबाद के कुटुंबा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनने का समर्थन नहीं किया था । वह रामसुंदर दास के पक्ष में थे । ज्ञात हो कि अभी तक बिहार में यही कहा जाता है कि रामविलास पासवान , शरद यादव और चौधरी देवीलाल ने मिल कर लालू यादव को मुख्यमंत्री बनवाए थे।


Body:लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान लालू यादव के किताब में लिखे उस वाक्यों को गलत करार दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि वे बी पी सिंह से मिलकर मंडल कमीशन को लागू करवाया था। उन्होंने कहा कि बीपी सिंह उनको पसंद नहीं करते थे और मुख्यमंत्री बनाने के लिए उनसे राय लिए थे । रामविलास पासवान ने कहा कि उन्होंने रामसुंदर दास को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह दी थी । इसके बाद लालू यादव को देवीलाल जो आरक्षण के विरोधी थे, जो मंडल कमीशन के विरोधी थे। उन्होंने लालू यादव को जोड़-तोड़ से बिहार का मुख्यमंत्री बनवा दिया । रघुनाथ झा बीच में अगर मुख्यमंत्री के लिए पार्टी के विधायकों के बीच जनमत का चुनाव नहीं लड़ते तो राम सुंदर दास का मुख्यमंत्री बनना तय थाऔर लालू यादव का अध्याय बिहार में शुरू नहीं होता।

लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा कि
उन्होंने बीपी सिंह से कह कर मंडल कमिशन लागू कराया था। रामविलास पासवान ने दावा किया कि वही दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़ा वर्ग के असली नेता हैं । उन्होंने ही लोकसभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह से मिलकर मंडल कमिशन लागू करने का दबाव बनाया था और उसके बाद ही मंडल कमिशन लागू हुआ था। इसमें लालू यादव का कोई योगदान नहीं है।



Conclusion:ज्ञात हो कि लालू यादव ने अपनी पुस्तक में मंडल कमीशन के लागू होने और उसे लागू कराने में हुए तमाम कठिनाइयों का बड़ी बेबाकी से जिक्र किया है। जिसे उस दौर के नेता रामविलास पासवान ने खंडन कर दिया है।
Last Updated : Apr 7, 2019, 11:52 PM IST
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