औरंगाबादः हत्या के मामले में दाउदनगर उपकारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हो गयी. मृतक कैदी के भाई का आरोप है कि वह कई बीमारियों से ग्रसित था. लेकिन उसके बावजूद उसको इलाज मुहैया नहीं कराया गया. स्थिति गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी.
सही तरीके से नहीं हुआ उपचार
मृतक के भाई जय किशोर सिंह ने बताया कि मेरा भाई हत्या के मामले में जनवरी माह से जेल में बंद था. उसे कई बीमारियां थी लेकिन जेल प्रशासन के द्वारा उपचार सही तरीके से नहीं कराया गया. तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो जेल प्रशासन और डॉक्टर ने आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया.
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गौरतलब है कि मृतक कैदी के भाई ने कहा कि यदि समय पर सही तरीके से उपचार हो जाता तो जान बचाई जा सकती थी. वह निर्दोष था लेकिन साजिश के तहत हत्याकांड में फंसाया गया. मौत के कारणों का न्यायिक पदाधिकारियों से जांच करायी जानी चाहिए.